इंडोनेशिया में कोयला खदान बेचेगी रिलायंस पावर | अमृता पिल्लई / मुंबई June 23, 2019 | | | | |
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस पावर ने इंडोशिया में अपनी कोयला खदान की बिक्री प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले से अवगत लोगों ने बताया कि अगले कुछ महीनों में सौदा पूरा हो जाएगा। इस सौदे के पूरे होने पर वित्तीय संकट झेल रहे अनिल अंबानी समूह को 15 से 20 करोड़ डॉलर प्राप्त होने की उम्मीद है।
इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, 'कंपनी ने बिक्री प्रक्रिया शुरू कर दी है और उन संभावित खरीदारों के साथ बातचीत कर रही है जो निर्यात एवं घरेलू इस्तेमाल के लिए उस खदान में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।' रिलायंस पावर के प्रवक्ता ने इस खबर के लिए टिप्पणी करने से इनकार किया।
यह कोई पहला अवसर नहीं है जब कंपनी अपनी इंडोनेशियाई परिसंपत्तियों को भुनाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले सितंबर 2015 में कंपनी के चेयरमैन अनिल अंबानी के हवाले से मीडिया खबरों में कहा गया था, 'हमने इंडोनेशिया में कोयला कारोबार से भी बाहर होने का भी निर्णय लिया है। हम उम्मीद करते हैं कि इस संबंध में लेनदेन इस साल कभी भी पूरा हो सकता है।' उस व्यक्ति ने कहा, 'इन खदानों के लिए संभावित खरीदार इंडोनेशिया की अथवा विदेशी खनन कंपनियां हो सकती हैं।'
इंडोनेशिया में रिलायंस पावर की तीन कोयला परियोजनाएं हैं जो उत्पादन के लिए तैयार हैं। इन खदानों की कुल क्षमता में 1.4 अरब टन कोयला और 45 करोड़ टन कोयला भंडार शामिल हैं। रिलायंस पावर उन भारतीय बिजली कंपनियों में शामिल हैं जिन्होंने 2010 में कोयला कीमतों में तेजी के समय इंडोनेशिया से कोयले की आपूर्ति सुनिश्चि करने की योजना बनाई थी। हालांकि बाद के वर्षों में जिंस कीमतों में नरमी के कारण इनमें से अधिकतर अधिग्रहण भारतीय बिजली कंपनियों के लिए व्यावहारिक नहीं रहे।
रिलायंस पावर ने मार्च तिमाही में 3,558.51 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 189.21 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। घाटे की मुख्य वजह गैस आधारित संयंत्रों एवं सौर परिसंपत्तियों के घाटे को समेकित करना रहा। अनिल अंबानी रिलायंस समूह फिलहाल जबरदस्त वित्तीय संकट से जूझ रहा है और ऐसे में इन परिसंपत्तियों की बिक्री से उसे अपना ऋण बोझ घटाने में मदद मिलेगी।
|