रिलायंस समूह ने चुकाए 14 महीने में 35,000 करोड़ रुपये | अमृता पिल्लै / मुंबई June 11, 2019 | | | | |
अनिल धीरू भाई अंबानी समूह ने अप्रैल 2018 से इस वर्ष मई तक 14 महीनों में कर्जदाताओं को 35,000 करोड़ रुपये लौटाए हैं। समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि समूह ने अपनी परिसंपत्तियां बेचकर इस रकम की अदायगी की है। दूसरी तरफ नियामक इकाइयों और न्यायालयों ने समूह के 30,000 करोड़ रुपये से अधिक के दावों पर फिलहाल कोई आदेश जारी नहीं किया है। यह रकम पिछले 5 से 10 वर्षों से अधिक समय से विभिन्न समूह कंपनियों, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर एवं इनकी सहयोगी इकाइयों को बकाया थी।
अंबानी का यह बयान गिरवी रखे शेयरों की बिक्री, बिजली कंपनियों को हुए नुकसान एवं इसकी ढांचागत कारोबार इकाई के नतीजों की घोषणा में देरी को देखते हुए आया है। कर्जदाताओं को हुए भुगतान में 34,800 करोड़ रुपये मूलधन और 10,600 करोड़ रुपये के ब्याज शामिल हैं। मंगलवार को कॉन्फ्रेंस कॉल में अंबानी ने कहा कि इस पूरी अवधि के दौरान सभी श्रेणियों के कर्जदाताओं- बैंक, म्युचुअल फंड, बीमा कंपनियां, प्रॉविडेंट फंड एवं एनबीएफसी- ने रिलायंस समूह की किसी भी इकाई को कोई अतिरिक्त नकदी मुहैया कराई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से रिलायंस समूह के शेयरों को लेकर बेजा अफवाहों, कयास आदि से सभी शेयरधारकों को खासा नुकसान हुआ है।
अंबानी ने कहा कि परिसंपत्तियों की बिक्री और कारोबार से प्राप्त होने वाली नकदी से 35,000 करोड़ रुपये कर्ज का भुगतान संभव हो पाया है। मार्च 2018 तक समूह का संचयी कर्ज 1.72 लाख करोड़ रुपये था। मार्च 2019 के आंकड़े उपलब्ध नहीं है, क्योंकि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी समूह की कंपनियों ने अभी तक मार्च तिमाही के परिणाम घोषित नहीं किए हैं। समूह ने जिन परिसंपत्तियों की बिक्री की है उनमें अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को 12,700 करोड़ रुपये में मुंबई बिजली वितरण कारोबार की बिक्री, क्यूब हाईवेज को 3,600 करोड़ रुपये में सड़क परिसंपत्तियों की बिक्री आदि शामिल हैं।
इसके अलावा एडीएजी समूह ने रेडियो कारोबार के एक बड़े हिस्से की म्यूजिक ब्रॉडकॉस्ट को 1,050 रुपये में बिक्री शामिल हैं। समूह की व्यावसायिक एवं आवास वित्त कारोबारों के 8,000 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्तियों का प्रतिभूतिकरण भी किया गया है। कॉन्फ्रें स कॉल के दौरान अंबानी ने मीडिया के सवाल नहीं लिए। रिलायंस समूह के संबंधित अधिकारियों ने पिछले 14 महीनों के दौरान हुई 35,000 करोड़ रुपये रकम अदायगी का विस्तार से ब्योरा नहीं दिया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि सड़क परिसंपत्तियों की बिक्री पूरी हुई है या नहीं। रेडियो कारोबार की बिक्री के मद में समूह को अब तक 250 करोड़ रुपये मिले हैं। ऐक्सिस ट्रस्टी सर्विसेस जैसी इकाइयों ने रिलायंस कैपिटल एवं रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में प्रवर्तकों द्वारा गिरवी रखे शेयरों के कुछ हिस्से की बिक्री इस महीने की है। समूह की बिजली इकाई रिलायंस पावर को मार्च तिमाही में 3,558 करोड़ रुपये नुकसान हुआ था। अंबानी ने कहा कि इस रकम में रिलायंस कैपिटल ग्रुप, रिलायंस पावर ग्रुप और रिलायंस इन्फ्रा ग्रुप एवं उनकी सहायक इकाइयों द्वारा ऋण भुगतान भी शामिल हैं। अंबानी ने कहा कि उनका समूह भविष्य में सभी ऋणों की अदायगी तय समय में करने के प्रति दृढ़ संकल्प है।
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