घरेलू दवा कंपनियां वित्त वर्ष 2020 में उत्पाद पेशकशों, प्रमुख कंपनियों द्वारा कुछ खास दवाओं को वापस लिए जाने की वजह से अमेरिकी बाजार से अच्छी वृद्घि की उम्मीद कर रही हैं। पिछले कुछ महीनों से जेनेरिक दवा व्यवसाय में कमजोरी बनी हुई है। हालांकि कंपनियों को लगातार नियामकीय चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है जिससे लागत में इजाफा हुआ है, लेकिन उन्हें खास और ज्यादा मार्जिन वाले उत्पादों की पेशकश से मदद मिलती दिख रही है। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) के एक अधिकारी ने कहा, 'हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2020 एक मजबूत वर्ष रहेगा, क्योंकि हमारे ज्यादा बाजारों में आने वाले वित्त वर्ष में अच्छी वृद्घि की संभावना है। हमारी वृद्घि प्रमुख पोर्टफोलियो, सीमित प्रतिस्पर्धा और कॉम्पलेक्स जेनेरिक्स पेशकशों पर केंद्रित होगी।' डीआरएल की चौथी तिमाही की राजस्व वृद्घि तिमाही आधार पर सपाट बनी रही, लेकिन नतीजों को अमेरिका में डर्मेटोलॉजी दवाओं की बिक्री से उसे मदद मिली। कंपनी को मुनाफा मार्जिन को लेकर भी दबाव का सामना करना पड़ा है, लेकिन आगामी वित्त वर्ष में प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा, 'कुल मिलाकर, जेनेरिक मूल्य निर्धारण परिदृश्य पिछली कुछ तिमाहियों से अपेक्षाकृत स्थिर रहा है। कुछ उत्पादों (जिन्होंने ज्यादा प्रतिस्पर्धा दर्ज की है) को छोड़कर, कंपनी के लिए आधार व्यवसाय में सुधार आ रहा है।' उन्होंने कहा कि कंपनी अमेरिकी बाजार में आपूर्ति समस्याओं से पैदा हुए अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेगी। ल्यूपिन के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा, 'तेवा और माइलान जैसी कुछ बड़ी प्रतिस्पर्धियों ने अपने पोर्टफोलियो को तर्कसंगत बनाया है।' गुप्ता का कहना है कि कीमतों में गिरावट अब दो अंक से घटकर एक अंक में रह गई है। सिप्ला के वैश्विक मुख्य वित्तीय अधिकारी केदार उपाध्ये का कहना है, 'कुल मिलाकर, अमेरिकी बाजार में स्थिरता है। 6 से 10 प्रतिशत के बीच कीमत गिरावट सामान्य है। यदि यह 10 प्रतिशत को पार करती है तो चिंता का कारण होगा।' सिप्ला ने अमेरिका में देर से प्रवेश किया है और वित्त वर्ष 2019 में इस बाजार से 21 प्रतिशत राजस्व हासिल किया। इसके अलावा, अपने प्रतिस्पॢधयों के विपरीत, सिप्ला के समेकित राजस्व में किसी भी उत्पाद का 10 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान नहीं है। कंपनी आगामी वित्त वर्ष में अमेरिका में दो अंक की वृद्घि पर नजर लगाए हुए है। नए दवा उत्पादों की पेशकश और भारत, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका जैसे अपने प्रमुख बाजारों से मजबूत वृद्घि की वजह से कंपनी को वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत की राजस्व वृद्घि में मदद मिली। चौथी तिमाही में कंपनी का एबिटा मार्जिन 22 प्रतिशत पर रहा। उपाध्ये ने कहा, 'आगामी वर्ष में हमारा ध्यान मुनाफा घटाए बगैर राजस्व वृद्घि पर रहेगा।' ल्यूपिन ने 20 दवाएं पेश करने और अमेरिका में दो अंक में वृद्घि दर्ज करने की योजना बनाई है। नए उत्पादों में कॉम्पलेक्स जेनेरिक्स और एल्बुटेरॉल शामिल है, जो उसका पहला प्रमुख इन्हेलेशन उत्पाद है। गुप्ता का कहना है, 'विशेष अवसरों से कम योगदान के बावजूद भारतीय कंपनियों ने अमेरिकी बाजार में बिक्री भागीदारी में सुधार दर्ज किया है।'
