यूको बैंक नहीं खोना चाहता अपनी पहचान : गोयल | |
नम्रता आचार्य / 05 21, 2019 | | | | |
सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक को पटरी पर आने में अभी कुछ तिमाही लगेंगी। बैंक इस वित्त वर्ष के अंत तक त्वरित सुधार कार्रवाई (पीसीए) से बाहर आने और लाभ दर्ज करने की उम्मीद कर रहा है। हालांकि बैंक के एमडी और सीईओ ए के गोयल ने नम्रता आचार्य के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि बैंक ने लक्ष्य आधारित सुधार और कासा (चालू एवं बचत खाता) जमा की योजनाएं बनाई हैं। बातचीत के अंश :
यूको बैंक के लिए आपका लघु एवं लंबी अवधि का क्या लक्ष्य है?
लघु अवधि का लक्ष्य बैंक को वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही तक पीसीए से बाहर और लाभ में लाना है। मध्यम अवधि का लक्ष्य पूर्व में सबसे बेहतर बैंक बनना है। लंबी अवधि (वर्ष 2043 तक) का लक्ष्य देश का सबसे अच्छा बैंक बनना है, जब हम अपनी स्थापना की शताब्दी मना रहे होंगे।
आप किन मानकों में सबसे बेहतर बैंक बनना चाहते हैं?
पहला, हम ग्राहक केंद्रित बनना चाहते हैं। दूसरा मानक कारोबार में वृद्धि है। लघु अवधि में हम कासा (चालू खाता एवं बचत खाता) जमाओं की हिस्सेदारी बढ़ाना चाहते हैं। बचत खातों में हमारी वृद्धि पिछले एक साल के दौरान करीब 8.30 फीसदी रही है। हम इसे आगे 15 से 17 फीसदी तक ले जाना चाहते हैं। इस साल हम चालू एवं बचत दोनों तरह के खातों पर ध्यान देंगे।
ईरान से तेल आयात के भुगतान के निपटान के लिए यूको बैंक को लंबे समय से बड़ी मात्रा में ब्याज मुक्त जमाएं मिल रही थीं। अब यह फायदा मिलना बंद हो जाएगा, इसलिए इन जमाओं के विकल्प के रूप में क्या योजना बनाई गई है?
ईरान की जमाएं हमारी चालू खाते की जमाएं बढ़ा रही थीं। ये काफी बड़ी जमाएं थीं। हम इस राशि का विकल्प चालू खाते की जमाओं को ही बनाएंगे। हमने प्रत्येक शाखा को लक्ष्य दिया है कि उन्हें हर महीने कम से कम पांच चालू खाते खोलने होंगे और एक साल में चालू खाते की जमाएं 2 करोड़ रुपये बढ़ानी होंगी।
पीसीए से बाहर आने का आपके पास क्या खाका है?
दो मानकों-सीएआर और एनपीए के स्तर पर हम लक्ष्य के नजदीक हैं। हमारा पूंजी पर्याप्तता अनुपात 10.70 फीसदी है, जबकि जरूरत 10.84 फीसदी है। इस समय हमारा शुद्ध एनपीए 9.72 फीसदी है। इसे 6 फीसदी के स्तर पर लाने के लिए हमने सभी जोनों को लक्ष्य दिया है कि हमें हर हालत में प्रत्येक तिमाही में 2,000 करोड़ रुपये की वसूली करनी होगी। इसमें एनसीएलटी खातों से मिलने वाली राशि को शामिल नहीं किया गया है।
आप फंसे कर्ज की वसूली के लिए अन्य क्या कदम उठा रहे हैं?
हम वसूली पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। हमने 25 लाख रुपये से कम राशि के प्रत्येक ऋण खातों के लिए शाखाओं से कहा है कि प्रत्येक कर्जदार से मिला जाना चाहिए। बैंक के कुल कर्ज में ऐसे ऋण खातों का हिस्सा करीब 5,000 करोड़ रुपये है। इसलिए अगर कम से कम 50 फीसदी वसूली से भी अहम रकम प्राप्त हो सकेगी। हमने पिछली तिमाही में 1,261 करोड़ रुपये की वसूली की है।
क्या ऋण की मांग बढ़ रही है?
हम कंपनियों को ऋण देने में सतर्कता बरत रहे हैं। हम ट्रिपल ए या डबल ए रेटिंग से कम वाले पीएसयू को ही ऋण नहीं दे रहे हैं। हम खुदरा, एमएसएमई और कृषि क्षेत्र को ऋण देने पर ध्यान दे रहे हैं।
बैंकिंग क्षेत्र के एकीकरण को लेकर आपकी क्या राय है?
विस्तार के जरिये वृद्धि सही है, लेकिन विलय आईटी, भौगोलिक क्षेत्र और संस्कृति को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। यूको बैंक अपनी पहचान नहीं गंवाना चाहता है।
क्या आप एनबीएफसी क्षेत्र को नए ऋण दे रहे हैं?
हमने यह फैसला लिया है कि जिन एनबीएफसी को समूह का समर्थन हासिल है, हम उन्हें ही ऋण देंगे। एकल एनबीएफसी को ऋण देना चुनौती है।
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