बंगाल में भाजपा को भारी बढ़त! | बीएस संवाददाता / May 19, 2019 | | | | |
कम से कम पांच एग्जिट पोलों में यह दिखाया गया है कि भाजपा को पश्चिम बंगाल को भारी बढ़त मिलने की संभावना है। पार्टी को राज्य में 11 से 19 सीटें मिल सकती हैं। इंडिया न्यूज-पोल्सट्रेट एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि भाजपा को 14 सीटें मिलेंगी। वहीं रिपब्लिक-सी-वोटर ने 11, टाइम्स नाऊ-वीएमआर ने 11, एबीपी-नील्सन को 16 और सुदर्शन न्यूज ने 19 सीट दी हैं। वर्ष 2014 में भाजपा को बंगाल में महज 2 सीट मिली थीं। भाजपा की ज्यादातर बढ़त से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सीटों में सेंध लगेगी। इंंडिया न्यूज-पोल्सट्रेट के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस को 2014 में 34 सीट मिली थीं, लेकिन इस बार पार्टी को 26 सीट मिलने के आसार हैं। रिपब्लिक-सीवोटर ने पार्टी को 29 सीट, टाइम्स नाऊ-वीएमआर ने 28 सीट, एबीपी-नील्सन ने 24 और सुदर्शन न्यूज 20 सीट दी हैं।
सभी पांचों एग्जिट पोलों के मुताबिक कांग्रेस को महज 2 सीट मिलेंगी, जिसे 2014 में चार सीटें मिली थीं। इंडिया न्यूज-पोल्सट्रेट, रिपब्लिक-सी वोटर, एबीपी-नील्सन के मुताबिक वाम दलों को कोई सीट नहीं मिलने के आसार है, जिसे 2014 के आम चुनावों में 2 सीटें मिली थीं। ववहीं टाइम्स नाऊ और सुदर्शन न्यूज ने वाम दलों को एक सीट दी है। बहरहाल अगर एग्जिट पोल के अनुमान अंतिम परिणाम के आसपास भी आते हैं तो राज्य में तृणमूल कांग्रेस के लिए भाजपा बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है। भाजपा 2011 के बाद से ही राज्य में अपनी पैठ बढ़ा रही है।
2011 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को महज 4 प्रतिशत मत मिले थे, जो नरेंद्र मोदी की लहर में 2014 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 17 प्रतिशत पर पहुंच गया। बहरहाल 2016 में हुए विधानसभा में मत प्रतिशत गिरकर 10.16 रह गया था। भाजपा की पूर्व की रणनीति में पश्चिम बंगाल शामिल रहा है। 42 सीट के साथ यह तीसरा सबसे बड़ा राज्य है, जहां ममता बनर्जी के मुस्लिम तुष्टिकरण को मुद्दा बनाया गया। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में अनेक रैलियां कीं। मोदी ने यहां कम से कम 17 जनसभाएं कीं, जो उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा आंकड़ा है। अब एग्जिट पोल से ऐसा लगता है कि उसका लाभ भाजपा को मिला है। 2019 का चुनाव मोदी ममता जंग के लिए भी जाना जाएगा और बंगाल में भाजपा का उभार हकीकत बनने की ओर है।
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