आरकैप-निप्पॉन के बीच सौदा | बीएस संवाददाता / मुंबई May 17, 2019 | | | | |
जापानी कंपनी निप्पॉन लाइफ भारत की पांचवीं सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी- रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट (आरएनएएम) में अपनी संयुक्त उद्यम साझेदार रिलायंस कैपिटल (आरकैप) की 43 फीसदी हिस्सेदारी में से बहुलांश हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके लिए निप्पॉन करीब 70 अरब येन (4,484 करोड़ रुपये) का भुगतान करेगी। यह जानकारी निक्केई की रिपोर्ट से मिली है। हालांकि रिपोर्ट में हिस्सेदारी खरीद का कोई सटीक आंकड़ा नहीं दिया गया है। इसमें कहा गया है कि कंपनी ने रिलायंस समूह की जगह लेने के लिए कोई दूसरा भारतीय साझेदार तलाशने की योजना बनाई है। इस एसेट मैनेजमेंट कंपनी में अनिल अंबानी समूह की आरकैप समान संयुक्त उद्यम साझेदार है। आरएनएएम का शेयर शुक्रवार को 6 फीसदी तक चढ़ा और अंत में 2.3 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। वहं आरकैप का शेयर 8 फीसदी तक चढऩे के बाद 2 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। आरकैप की एक अन्य सूचीबद्ध कंपनी- रिलायंस होम फाइनैंस के शेयर की कीमत 5.2 फीसदी बढ़कर 18.2 रुपये पर बंद हुई। कंपनी का शेयर कारोबारी सत्र में 15 फीसदी तक चढ़ा।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि आरकैप ने शुक्रवार को परिपक्व होने वाले 650 करोड़ रुपये के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का पूरा भुगतान कर दिया। इसे भी शेयर की कीमत में बढ़ोतरी की एक वजह माना जा रहा है। निक्केई की रिपोर्ट में कहा गया है कि आरकैप और निप्पॉन लाइफ के बीच सौदा होने के बाद रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट में निप्पॉन लाइफ की हिस्ेदारी 43 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी से अधिक हो जाएगी। शुक्रवार को बंद शेयर की कीमत के आधार पर आरकैप की 43 फीसदी हिस्सेदारी का मूल्य 5,307 करोड़ रुपये होता है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि इस सौदे से कंपनी पर नियंत्रण में बदलाव होगा, इसलिए यह सौदा शेयर की वर्तमान कीमत से अधिक पर होने की संभावना है। अगर सौदे से स्वामित्व में बदलाव होता है तो ओपन ऑफर भी आ सकता है। आरकैप अपने कर्ज से निपटने के लिए संपत्तियों को बेचने की संभावनाएं तलाश रही है। आरएनएएम में हिस्सेदारी बिक्री को आरकैप की संपत्तियों को बेचकर पैसा जुटाने की योजना का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में आरकैप के प्रबंधन ने कहा था कि वे एसेट मैनेजमेंट कंपनी, सामान्य बीमा और अन्य गैर-प्रमुख कारोबारों में हिस्सेदारी बेचने से 10,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। आरएनएएम नवंबर, 2017 में सूचीबद्ध हुई थी। यह शेयर शुक्रवार को 201 रुपये पर बंद हुआ, जो 252 रुपये की निर्गम कीमत से 20 फीसदी नीचे था।
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