मैकडॉनल्ड्स-बख्शी सौदे से 190 करोड़ चाहता है हुडको | आशिष आर्यन / नई दिल्ली May 13, 2019 | | | | |
आवासीय उपक्रम हुडको ने कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (सीपीआरएल) के प्रबंध निदेशक विक्रम बख्शी के स्वामित्व वाली एक कंपनी पर बकाया 190 करोड़ रुपये की वसूली के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय पंचाट (एनसीएलएटी) से अपना पक्ष सुनने की गुहार लगाई है। हुडको ने कहा है कि बख्शी और मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच बनी सहमति पर अंतिम मुहर लगाने के पहले पंचाट उसकी बात भी सुने। एनसीएलएटी ने हुडको को अपना पक्ष रखने के लिए बुधवार का वक्त दिया है।
बख्शी के स्वामित्व वाली निजी कंपनी ऐस्कॉट होटल्स ऐंड रिसॉट्र्स पर हुडको की वर्ष 2013 से ही करीब 100 करोड़ रुपये की देनदारी है। इसमें से करीब 80 करोड़ रुपये का कर्ज ऐस्कॉट ने नोएडा में सेवॉय क्लब खोलने के लिए 2007-08 में हुडको से लिया था। बख्शी और मैक्डॉनल्ड्स इंडिया ने गत 7 मई को एनसीएलएटी को बताया था कि दोनों पक्ष अपने छह साल पुराने विवाद को सुलझाने के लिए अदालत के बाहर समझौता करने की दिशा में प्रयासरत हैं। इस समझौते की शर्तों के मुताबिक मैकडॉनल्ड्स इंडिया ने सीपीआरएल में बख्शी और उनकी पत्नी की 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी एक अघोषित राशि में खरीद ली है। हुडको चाहता है कि बख्शी की एक और कंपनी पर बकाया उसके कर्ज का भुगतान इस सौदे से मिलने वाली राशि में से कर दिया जाए।
बख्शी ने फास्टफूड चेन मैकडॉनल्ड्स के आउटलेट भारत में खोलने के लिए वर्ष 1995 में इसके साथ एक करार किया था। बख्शी की कंपनी सीपीआरएल और मैकडॉनल्ड्स इंडिया के बीच 50:50 हिस्सेदारी वाले इस समझौते में मैकडॉनल्ड्स को उत्तर एवं पूर्वी भारत में फास्टफूड आउटलेट खोलने का जिम्मा दिया गया था। लेकिन वर्ष 2013 में मैकडॉनल्ड्स इंडिया ने बख्शी को सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक पद से हटा दिया था। उसके बाद बख्शी को 50 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 120 करोड़ रुपये की पेशकश भी की गई। लेकिन जुलाई 2017 में राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट ने बख्शी को इस पद पर बहाल कर दिया था। उसी साल जून के महीने में मैकडॉनल्ड्स इंडिया ने सीपीआरएल द्वारा चलाए जा रहे 169 आउटलेट का फ्रैंचाइजी सौदा निरस्त कर दिया था।
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