मेट्रोपॉलिटन एक्सचेंज व आईसीएक्स ने शुरू की विलय पर बातचीत | राजेश भयानी / मुंबई May 13, 2019 | | | | |
मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज और रिलायंस कैपिटल के इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज ने विलय पर बातचीत शुरू की है। दोनों एक्सचेंज इस बातचीत पर कुछ नहीं कह रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शुरुआती दौर की बातचीत हो चुकी है। मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज कभी करेंसी डेरिवेटिव में बाजार का अग्रणी था, लेकिन अब यह अहम नहीं रह गया है और करेंसी डेरिवेटिव का वॉल्यूम महीना दर महीना घटता रहा है। जुलाई 2018 में इसका रोजाना औसत कारोबार 381 करोड़ रुपये का था, जो अप्रैल 2019 में घटकर महज 154 करोड़ रुपये रह गया है। इस एक्सचेंज के पास इक्विटी का भी लाइसेंस है, लेकिन इसमें कारोबार नगण्य है।
दोनों एक्सचेंजों में प्रोफेशनल संबंध है क्योंंकि मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से स्थापित क्लियरिंग कॉरपोरेशन आईसीएक्स के लिए भी क्लियरिंग कर रही है। क्लियरिंग कॉरपोरेशन का गठन 300 करोड़ रुपये के नेटवर्थ से हुआ था, लेकिन नियामक ने उसे सिर्फ 100 करोड़ रुपये के नेटवर्थ रखने की अनुमति दी है। आईसीएक्स ने अहमदाबाद के कमोडिटी एक्सचेंज एनएमसीई का अधिग्रहण किया और शेयरों की अदला-बदली के जरिए इसका खुद में विलय कर लिया। अब एक्सचेंज एनएमसीई के कई अनुबंध फिर से पेश कर रहा है।
आईसीएक्स के प्रवक्ता ने कहा, अभी किसी अन्य एक्सचेंज के साथ विलय की कोई योजना नहीं है। मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज के प्रवक्ता ने इस मसले पर कहा, हम इस तरह की किसी प्रगति से पूरी तरह इनकार करते हैं और न ही एक्सचेंज का इस ओर झुकाव है।
|