मैकलॉयड में प्रवर्तक हिस्सा घटने के बाद आदित्य बिड़ला बेचेगी गिरवी शेयर | अभिषेक रक्षित / कोलकाता May 09, 2019 | | | | |
मैकलॉयड रसेल में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 2.05 फीसदी घटकर 40.66 फीसदी रह गई है। ऐसे में आदित्य बिड़ला फाइनैंस ने 21,42,339 शेयरों की बिक्री उचित बाजार मूल्य पर खुले बाजार में करने का निर्णय लिया है। प्रवर्तक समूह की कंपनी वुडसाइड पाक्र्स ने इन शेयरों को आदित्य बिड़ला फाइनैंस के पास गिरवी रखा था जिसकी मैकलॉयड रसेल में 4.31 फीसदी हिस्सेदारी है। इस बिक्री के बाद मैकलॉयड रसेल में वुडसाइड पाक्र्स की हिस्सेदारी घटकर 2.26 फीसदी रह जाएगी। इससे पूरे प्रवर्तक समूह की कंपनियों की हिस्सेदारी में गिरावट आएगी।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज को दी गई नियामकीय जानकारी में कंपनी ने कहा, 'मैकलॉयड रसेल इंडिया लिमिटेड (लक्षित कंपनी) का एक प्रवर्तक होने के नाते हम यह खुलासा करते हैं कि 5 रुपये अंकित मूल्य के 21,42,339 शेयरों को आदित्य बिड़ला फाइनैंस लिमिटेड द्वारा 30 अप्रैल 2019 से 3 मई 2019 के बीच मौजूदा बाजार मूल्य पर बेच दिया जाएगा। ये शेयर लक्षित कंपनी में हमारी कंपनी की 2.0510 फीसदी चुकता शेयर पूंजी के बराबर हैं। इस बिक्री के बाद हमारे पास 23,64,462 शेयर होंगे जो लक्षित कंपनी में 2.2636 फीसदी चुकता शेयर पूंजी के बराबर हैं।'
इसी साल 30 अप्रैल को प्रवर्तक समूह की एक अन्य कंपनी बोरेली टी होल्डिंग्स ने मैकलॉयड रसेल में अपनी कुल 16.34 फीसदी हिस्सेदारी को इंडसइंड बैंक के पास गिरवी रखा था। मैकलॉयड रसेल में शेष 40.66 फीसदी प्रवर्तक हिस्सेदारी में से 35.91 फीसदी हिस्सेदारी पहले से ही लेनदारों के पास गिरवी है। सूत्रों ने कहा कि मैकलॉयड रसेल के ऋण बोझ के एक उल्लेखनीय हिस्से का पुनर्भुगतान अगले 3 से 6 महीनों में किया जाएगा जिससे उसकी नकदी प्रवाह पर दबाव दिखेगा। सूत्रों ने बताया कि 31 मार्च 2018 तक समूह की कंपनियों का ऋण बोझ करीब 650 करोड़ रुपये था जो बढ़कर 31 मार्च 2019 तक 1,000 करोड़ रुपये हो सकता है। इसका एक उल्लेखनीय हिस्सा लघु अवधि वाले ऋण हैं। मैकलॉयड रसेल की रेटिंग को इस महीने दूसरी बार घटाई गई है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कंपनी के सावधि ऋण के साथ-साथ फंड आधारित बैंक सुविधाओं की रेटिंग को इक्रा ए से घटाकर नकारात्मक परिदृश्य के साथ इक्रा बीबीबी कर दिया। जबकि गैर-फंड आधारित बैंक सुविधाओं की रेटिंग को इक्रा ए2प्लस से घटाकर इक्रा ए3 कर दिया गया है। रेटिंग में इस कटौती से पहले रेटिंग एजेंसी ने 2 अप्रैल को कंपनी की क्रेडिट रेटिंग एवं परिदृश्य को संशोधित किया था।
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