आरकैप: निवेशकों की बढ़ी चिंता | हंसिनी कार्तिक / मुंबई April 29, 2019 | | | | |
अनिल अंबानी की एडीएजी का कर्ज हर तिमाही बढ़ता जा रहा है और इस तरह से समूह की मुख्य कंपनी रिलायंस कैपिटल भी भारी दबाव में आ गई है। पिछले कुछ वर्षों से आरकैप के शेयरों ने अपनी बाजार कीमत में 66 फीसदी की गिरावट देखी है। बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि सबसे खराब चीज पिछले सप्ताहांत की प्रतिकूल प्रगति है, जिससे दो मुख्य सहायक रिलायंस होम फाइनैंस व रिलायंस कमर्शियल फाइनैंस जुड़ी है। इस वजह से मंगलवार को रिलायंस कैपिटल के शेयरों की कमजोर शुरुआत हो सकती है।
इस समस्या के बारे में रिलायंस कैपिटल के सीएफओ अमित बापना ने कहा कि कुछ निश्चित प्रतिभूतियों के लेनदेन में देरी से आरकैप और इसकी सहायक इकाइयों के कर्ज की रेटिंग घटाई गई है। उन्हें उम्मीद है कि इसका समाधान जल्द निकल जाएगा और नकदी की स्थिति सामान्य हो जाएगी। बापना ने कहा, देनदारी की जगह देनदारी एनबीएफसी के लिए काफी मुश्किल हो गई है। अगर निवेशकों की बेहतरी के लिए स्थिति में बदलाव होता है तो यह सवाल उठाता है कि आईएलऐंडएफएस के डिफॉल्ट के बाद क्या आरकैप का गैर-बैंकिंग कारोबार नकदी संकट का शुरुआती शिकार है। साथ ही कंपनी की योजना आगामी महीनों में 10,000 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेचने की है, ऐसे में आरकैप के शेयरों में निवेश करने वाले शायद सवाल उठा सकते हैं कि उनके लिए कितना कारोबार बच जाएगा और क्या देखो व इंतजार करो की रणनीति उनके लिए बेहतरी लाएगी। विनिवेश योजना के तहत आरकैप ने अपने प्रमुख कारोबारों में से एक रिलायंस निप्पॉन लाइफ ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (आरएनएलएएम) से निकलने का इरादा जताया है और इसकी बिक्री से करीब 6,000 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। इसके साथ ही गैर-प्रमुख इकाई मसलन मीडिया व मनोरंजन की भी हिस्सेदारी बेचने की योजना है। इस बीच, आरकैप के शेयर की कीमत भी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए भी घट रही है। रिलायंस निप्पॉन लाइफ ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (आरएनएलएएम) व रिलायंस होम फाइनैंस की सूचीबद्धता की कवायद भी निवेशकों के लिए अच्छी नहीं रही है क्योंकि ये शेयर सूचीबद्धता के स्तर से नीचे कारोबार कर रहे हैं।
एक फंड मैनेजर ने कहा, जीवन व सामान्य बीमा कारोबार में क्षमता है और एनबीएफसी इकाई में भी दम है और ये बेहतर कर सकते हैं जब एक बार रकम आनी शुरू हो जाएगी। लेकिन हमें नहीं पता कि ये वर्टिकल कितने समय तक आरकैप के साथ रहेंगे और यही बातें ज्यादा चिंता पैदा करती है। वास्तव में दिसंबर 2018 की तिमाही नतीजे के बाद आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने आरकैप के शेयरों में निवेशित रहने की सलाह दी और इसकी लक्षित कीमत 233 रुपये से घटाकर 145 कर दी। आईआईएफएल के कार्यकारी उपाध्यक्ष संजीव भसीन ने निवेशकों से कहा है कि वे इसे बेचकर बेहतर शेयर की ओर कदम बढ़ाएं।
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