बैंकों ने लिया गीतांजलि जेम्स के परिसमापन का फैसला | एजेंसियां / मुंबई April 16, 2019 | | | | |
गीतांजलि जेम्स के कर्जदाताओं ने समाधान प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और समय निकलने का हवाला देते हुए कंपनी के परिसमापन के पक्ष में मतदान किया है। कंपनी के ऊपर कर्जदाताओं के 8,000 करोड़ रुपये बकाए हैं। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को मंगलवार को कहा कि कर्जदाताओं की समिति की 28 मार्च को बैठक हुई और बहुमत के साथ समाधान प्रक्रिया को आगे बढ़ाए जाने को खारिज कर दिया। कुल 54.14 फीसदी समर्थन के साथ कर्जदाताओं ने कंपनी के परिसमापन का निर्णय किया। गीतांजलि जेम्स ने बीएसई से कहा, 180 दिन की समाधान प्रक्रिया 6 अप्रैल को समाप्त हो गई। चूंकि कर्जदाताओं ने इसकी समयसीमा बढ़ाने को मंजूरी नहीं दी है, अगला कदम परिसमापन का होगा। गीतांजलि जेम्स के मेहुल चोकसी तथा उसका रिश्तेदार हीरा कारोबारी नीरव मोदी फरार है। दोनों को भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण कार्रवाई जारी है। पंजाब नैशनल बैंक के साथ 14,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी फरवरी 2018 में सामने आने के बाद दोनों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक कानून के तहत जांच की जा रही है।
कंपनी मामलों के मंत्रालय ने इससे पहले मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल और मामा चोकसी की दुनिया भर में परिसंपत्तियां जब्त करने के लिए एनसीएलटी के हस्तक्षेप की मांग की थी। मोदी व चोकसी और उनके परिजनों के स्वामित्व या नियंत्रण में करीब 114 कंपनियां हैं। सेबी भी इस मामले पर नजर डाल रहा है और मंत्रालय मुख्य अभियुक्त व संबंधित पक्षकारों की परिसंपत्तियों के आकलन के लिए सीबीडीटी की मदद चाह रहा है।
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