जोमैटो की वृद्धि से बढ़ेगा इन्फो एज का मूल्यांकन | श्रीपाद ऑटे / April 14, 2019 | | | | |
ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खान-पान पहुंचाने वाली कंपनी जोमैटो की कारोबारी संभावनाओं और इसकी दोबारा रेटिंग का असर इन्फो एज के शेयरों पर पड़ सकता है। जोमैटो में इन्फो एज की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एचएसबीसी का मानना है कि खाद्य आपूर्ति कारोबार में जोमैटो के विस्तार से इन्फो एज के अनुमानित मूल्यांकन में 27 प्रतिशत का इजाफा होगा और इसके साथ ही जोमैटो का मूल्यांकन 4 गुना बढ़कर 3.6 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। इससे इन्फो एज के शेयर को और अधिक ताकत मिलेगी।
खाद्य आपूर्ति कारोबार में बढ़ते निवेश से वित्त वर्ष 2019 में हुए 2.94 करोड़ डॉलर नुकसान के बावजूद भारत में ऐसे कारोबारों के आगे बढऩे की खासी संभावनाएं मौजूद हैं। भारत में हरेक महीने 7 से 7.5 करोड़ ऑर्डर दिए जाते हैं, जबकि चीन में यह आंकड़ा करीब 60 करोड़ है। इस समय जोमैटो और स्विगी की खाद्य आपूर्ति कारोबार में 75 से 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2024 तक भारत में मासिक ऑर्डर बढ़कर 30 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे जोमैटो की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत तक हो जाएगी। इससे ग्राहकों से लिया जाने वाला डिलिवरी शुल्क भी बढ़ेगा, जिससे राजस्व में भी इजाफा होगा।
विश्लेषकों का मानना है कि लोग अपने घरों में बैठे खाद्य पदार्थ मंगाने के धीरे-धीरे आदि होते जा रहे हैं और अधिक भुगतान करने के लिए भी तैयार हैं। उनके अनुसार इससे डिलिवरी शुल्क में भी इजाफा होगा। बुकमाईशो के मामले में ऐसा ही हुआ है। यह लोगों से हरेक टिकट पर 15 से 20 प्रतिशत अधिक पैसा वसूलती है। वित्त वर्ष 2019 में जोमैटो के फूड डिलिवरी राजस्व में 4 गुना इजाफा हुआ था, जिससे इसका कुल राजस्व 3 गुना बढ़कर 20.6 करोड़ डॉलर हो गया था। इसके प्रमुख कारण जागरूकता बढऩा और टेक-होम फूड को तरजीह मिलना रहे।
राजस्व में बढ़ोतरी के अलावा कारोबार की पहुंच बढऩे से प्रति ऑर्डर मुनाफा बढ़ेगा और प्रति ऑर्डर कम खर्च और डिलिवरी में कम समय लगने से बहीखाता भी मजबूत होगा, जैसा कि चीन की फूड डिलिवरी कंपनी मितुआन के मामले में हुआ है। चीन में फूड डिलिवरी कारोबार की पहुंच बढऩे से मीतुआन का डिलिवरी पर समय प्रति ऑर्डर वित्त वर्ष 2015 के 38 मिनट से घटकर जून 2018 में प्रति ऑर्डर 28 मिनट रह गया है। वित्त वर्ष 2019 में जोमेटो का प्रति डिलिवरी खर्च वित्त वर्ष 2018 के मुकाबले 24 प्रतिशत कम हो गया।
क्लाउड किचन की शुरुआत और ड्रोन डिलिवरी स्टार्टअप कंपनी टेकईगल इन्नावेशंस के अधिग्रहण से जोमेटो के फूड डिलिवरी कारोबार की कमाई की राह और मजबूत होगी। क्लाउड किचन से जहां राजस्व में बढ़ोतरी होगी, वहीं ड्रोन डिलिवरी से डिलिवरी पर लागत कम होगी। क्लाउड किचन एक रेस्तरां किचन है, जो केवल ऑनलाइन ऑर्डर लेता है और डाइन-इन (बैठकर खाने की सुविधाएं) सेवाएं नहीं देता हैं। शेयरखान में शोध प्रमुख संजीव होता कहते हैं, 'जोमेटो अपना फूड डिलिवरी कारोबार विस्तार करने की सही राह पर है और यह अपनी बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ा रहा है। इसके साथ ही पिछले दो सालों के दौरान इसका मूल्यांकन बढऩे से इन्फो एज को भी लाभ होगा।' फूड डिलिवरी कारोबार में प्रतिस्पद्र्धा किस तरह तीक्ष्ण होती है, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि जोमैटो वित्त वर्ष 2024 तक परिचालन स्तर पर मुनाफे में रहेगी। जोमैटो के अलावा अप्रैल-दिसंबर तिमाही में स्टैंडअलोन कारोबारी खंडों (खासकर नौकरी, 99एकड़ और जीवनसाथी) का प्रदशर्न सुधरना इन्फो एज के लिए सकारात्मक है।
वित्त वर्ष 2019 के नौ महीनों में नौकरी का राजस्व वित्त वर्ष 2018 के 12 प्रतिशत से सुधकर 17 प्रतिशत पर पहुंच गया। इसी तरह, 99एकड़ का आंकड़ा 21 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत हो गया। इन्फो एज के राजस्व में नौकरी का योगदान करीब 70 प्रतिशत है, वहीं 99एकड़ 20 प्रतिशत योगदान देती है। विश्लेषकों का मानना है कि देश में डिजिटलकरण बढऩे से इन्फो एज अधिक मूल्यांकन की हकदार है। पिछले तीन महीने में शेयर करीब 14 प्रतिशत ऊपर था और इसमें निफ्टी आईटी सूचकांक के करीब 12 प्रतिशत तेजी से बढ़त दिखी थी।
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