अदाणी को रोकने के लिए जीवीके को मिला वक्त | आशिष आर्यन / नई दिल्ली April 08, 2019 | | | | |
अदाणी समूह को मुंबई एयरपोर्ट में प्रवेश से रोकने के लिए बुनियादी ढांचा क्षेत्र की दिग्गज जीवीके पावर ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की छोड़ी गई सहायक जीवीके एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड को गुरुवार तक का वक्त मिल गया है। कंपनी और बिडवेस्ट की सहायक बिड सर्विसेज डिविजन (मॉरीशस) लिमिटेड ने बैठक करने और लंबित हिस्सेदारी बिक्री पर किसी समझौते पर पहुंचने पर सहमति जताई है। दोनों कंपनियों के वकील ने दिल्ली उच्च न्यायालय को यह जानकारी दी। अदालत ने इस पर सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी और उस दिन दोनों पक्षों की दलील सुनने पर सहमति जताई।
पिछले हफ्ते जीवीके ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर दक्षिण अफ्रीकी साझेदार बिडवेस्ट को मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) की हिस्सेदारी बिक्री से रोकने की मांग की थी। फरवरी में कंपनी ने मायल की 13.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए पहले इनकार के अधिकार का इस्तेमाल किया था। जीवीके ने इस विकल्प का इस्तेमाल तब किया जब बिडवेस्ट ने कंपनी को नोटिस जारी कर कहा था कि उसे अपनी हिस्सेदारी का खरीदार मिल गया है। बिडवेस्ट ने अब कहा है कि वह 30 सितंबर तक इंतजार नहीं कर सकती जबकि जीवीके भुगतान के लिए यह समय चाह रही है। दूसरी ओर जीवीके ने कानूनी व नियामकीय अवरोध का हवाला देते हुए कहा है कि उसे 30 सितंबर तक का समय चाहिए क्योंकि तब तक वह बिडवेस्ट की हिस्सेदारी खरीद के लिए रकम का इंतजाम कर लेगी।
पहले इनकार के अधिकार का इस्तेमाल करने के बाद जीवीके एयरपोर्ट होल्डिंग्स की हिस्सेदारी मौजूदा 50.5 फीसदी से बढ़कर 74 फीसदी हो जाएगी। बिडवेस्ट और एसीएसए ग्लोबल लिमिटेड की हिस्सेदारी का अधिग्रहण 77 रुपये प्रति शेयर पर करने की सहमति बनी है, ऐसे में जीवीके को 23.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने पर 2,171.4 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। यह स्पष्ट नहीं है कि जीवीके रकम जुटाने के लिए किस तरह की योजना बना रही है।
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