माइंडट्री के अधिग्रहण के जरिये प्रौद्योगिकी क्षेत्र में विस्तार की कोशिश के बीच दिग्गज निर्माण एवं इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने एक महत्त्वाकांक्षी रणनीतिक पहल की घोषणा की है। इसके तहत कंपनी ने उभरती प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक नई इकाई- एलऐंडटी नेक्स्ट- की स्थापना की है। एलऐंडटी की पंचवर्षीय योजना के तहत एलऐंडटी नेक्स्ट कृत्रिम बुद्धमत्ता (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), वर्चुअल रियलिटी (वीआर), ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), भू-स्थानिक उपक्रमों और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंदित करेगी।
एलऐंडटी के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक एसएन सुब्रमण्यन ने कहा, 'नई एवं उन्नत प्रौद्योगिकी के अपनाए जाने से उथल-पुथल दिख रहा है और डिजिटलीकरण एवं एनालिटिक्स के जबरदस्त फायदे के साथ हमारा कारोबार पूरे जोश के साथ आगे बढ़ रहा है।' उन्होंने कहा कि परिचालन में डिजिटलीकरण को बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एलऐंडटी अपने मौजूदा निर्माण, ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण) और विनिर्माण कारोबार के जरिये आईओटी, एनालिटिक्स और एआई जैसी नई प्रौद्योगिकी को बड़े पैमाने पर अपनाया है। कंपनी ने वित्त, मानव संसाधन, श्रम और संयंत्र सामग्री आदि क्षेत्रों में इन प्रौद्योगिकी को लागू किया है। कंपनी अब इसके जरिये अपने राजस्व और मुनाफे को बेहतर करने की कोशिश कर रही है। साथ ही वह नई प्रतिभाओं की नियुक्ति एवं एक नया ढांचा तैयार करते हुए मूल्य सृजन के लिए अपनी क्षमता बढ़ा रही है।
एलऐंडटी नेक्स्ट का नेतृत्व फिलहाल जेडी पाटिल करेंगे जो कंपनी के वरिष्ठï कार्यकारी उपाध्यक्ष (रक्षा कारोबार) और बोर्ड सदस्य हैं। उन्होंने कहा, 'एलऐंडटी नेक्स्ट पिछले तीन साल से आंतरिक तौर पर काम कर रही है और अब हमें महसूस किया कि इसे विभिन्न उद्योग के हमारे ग्राहकों के बीच ले जाने का उपयुक्त समय है।'
पाटिल ने कहा कि एलऐंडटी नेक्स्ट द्वारा मुहैया कराई जाने वाली सेवाओं और समूह की मौजूदा सॉफ्टवेयर एवं तकनीकी इकाई एलऐंडटी इन्फोटेक (एलटीआई) और एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) की सेवाओं कुछ समानता भी दिखेगी। उन्होंने बताया कि इस नई इकाई को सूचीबद्ध कराने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।
पाटिल ने कहा कि इसका उद्देश्य हमारे मौजूदा एवं नए इंजीनियरिंग ग्राहकों को बेहतर दक्षता एवं सेवाओं में डिजिटल मूल्यवद्र्धन करना है। एलऐंडटी नेक्स्ट की टीम में फिलहाल कुछ सौ कर्मचारी होंगे और कारोबार में विस्तार के साथ ही कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा, 'हमें नई प्रौद्योगिकी के कारोबार और उभरते उपक्रम इसके प्रमुख घटक दिख रहे हैं जिससे मूल्य सृजन में उल्लेखनीय तेजी आने की संभावना है।'
मिडकैप आईटी क्षेत्र में एलटीआई और एलटीटीएस दोनों काफी पसंद की जाने वाली प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाता है। हालांकि विश्लेषक पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि इन दोनों कंपनियों को नई इकाई से अलग रखते हुए प्रौद्योगिकी को लेकर एलऐंडटी समूह की महत्त्वाकांक्षा को किस प्रकार को पूरा किया जाएगा।
पिछले सप्ताह सुब्रमण्यन ने कहा था कि यदि माइंडट्री उसकी झोली में नहीं आती है तो समूह की आईटी कंपनियों के सुदृढीकरण के लिए उसके पास कोई तात्कालिक योजना नहीं होगी। माइंडट्री के प्रमुख शेयरधारक वीजी सिद्धार्थ से 20.3 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के बाद एलऐंडटी ने मई में माइंडट्री के लिए खुली पेशकश लाने की घोषणा की है। कंपनी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए माइंडट्री के शेयरधारकों से अतिरिक्त 31 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एलऐंडटी 5,030 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी।
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