अधिग्रहण रोकने की रणनीति | |
माइंडट्री का शेयर भाव बढ़ाने पर दांव, खुली पेशकश की स्थिति में निवेशकों से मांगा सहयोग | देवाशिष महापात्र / बेंगलूरु 03 18, 2019 | | | | |
माइंडट्री के संस्थापक लंबी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं और अभियांत्रिकी दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) द्वारा संभावित जबरिया अधिग्रहण के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए तमाम विकल्प तलाश रहे हैं। मामले के जानकार सूत्रों ने कहा कि इस रक्षात्मक रणनीति में शेयर की कीमत महत्त्वपूर्ण घटक है, वहीं मुख्य संस्थागत निवेशकों के अलावा शीर्ष ग्राहकों के साथ भी कंपनी प्रबंधन द्वारा गंभीरता से बातचीत की जा रही है।
पिछले हफ्ते बेंगलूरु की कंपनी माइंडट्री ने कहा था कि उसका निदेशक मंडल 20 मार्च को होने वाली बोर्ड बैठक में शेयर पुनर्खरीद प्रस्ताव पर विचार करेगा। एलऐंडटी के निदेशक मंडल ने कैफे कॉफी डे के संस्थापक वीजी सिद्घार्थ की माइंडट्री में 21 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने को मंजूरी देने के बाद माइंडट्री प्रंबधन की ओर से संभावित शेयर पुनर्खरीद की घोषणा की गई। शेयर पुनर्खरीद जैसे कदम से आमतौर पर कंपनी के शेयर भाव में तेजी आती है। ऐसे में कई विश्लेषकों का मानना है कि प्रबंधन ने इसकी घोषणा इसलिए की ताकि कंपनी पर नियंत्रण हासिल करना महंगा हो और मौजूदा शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न भी मिल सके।
मामले के जानकार एक शख्स ने कहा, 'माइंडट्री के संस्थाक पूरे जोश से संघर्ष कर रहे हैं। संस्थापक नहीं चाहते कि जिस कंपनी को उन्होंने वर्षों की मेहनत से खड़ा किया है, वह आसानी से हाथ से निकल जाए।' यही वजह है कि उनकी ओर से सभी रक्षात्मक रणनीतियों को टटोला जा रहा है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि संभावित जबरिया अधिग्रहण से बचाव के लिए कीमत अहम पहलू है। एक शख्स ने कहा, 'प्रबंधन जानता है कि कीमत पूरे परिदृश्य को बदल सकती है। अगर एलऐंडटी बाजार भाव से अधिक मूल्य पर माइंडट्री में बहुलांश हिस्सेदारी हासिल करने का प्रयास करती है तो इसके शेयरधारक एलऐंडटी के बोर्ड से इसके प्रभाव के बारे में भी सवाल कर सकते हैं।'
सिद्घार्थ माइंडट्री में एकल सबसे बड़े निवेशक हैं और प्राइवेट इक्विटी कंपनियों के साथ ही एलऐंडटी के साथ अपनी 21 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत कर रहे हैं। बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ पिछले दिनों बातचीत में माइंडट्री के कार्यकारी चेयरमैन कृष्णकुमार नटराजन ने कंपनी को अगले विकास के चरण में ले जाने के संस्थापक की इच्छा के संकेत दिए थे। नटराजन ने कहा था, 'जहां तक रणनीतिक दिशा की बात है तो हम कारोबार और कंपनी का भविष्य कैसा होना चाहिए, उसे लेकर आश्वस्त हैं।'
कीमत के अलावा, आईटी कंपनी का प्रबंधन खुली पेशकश की स्थिति में अहम संस्थागत निवेशकों से भी बातचीत कर रहा है। वर्तमान में पुलक प्रसार की नालंदा कैपिटल का माइंडट्री में 10.61 फीसदी हिस्सेदारी है, वहीं आकाश प्रकाश के नेतृत्व वाली अमन्सा होल्डिंग्स की 2.77 फीसदी हिस्सेदारी है। सिंगापुर की आरोही ऐसेट मैनेजमेंट प्रा. लि. की 1.22 फीसदी हिस्सेदारी है।
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