बोइंग के लिए सुरक्षा के नियमों का अनुपालन | अनीश फडणीस / मुंबई March 12, 2019 | | | | |
स्पाइसजेट का बोइंग 737 मैक्स विमान पर भरोसा बना हुआ है और कंपनी ने कहा है कि वह नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की तरफ से जारी सुरक्षा के अतिरिक्त निर्देशों का अनुपालन कर रही है। कंपनी ने आज एक बयान में यह जानकारी दी। रविवार को इथियोपिया में विमान दुर्घटना के बाद 737 मैक्स का परिचालन रोकने में ऑस्ट्रेलिया व सिंगापुर ने अन्य देशों के साथ हाथ मिला लिया है। सिंगापुर एयरलाइंस की क्षेत्रीय इकाई सिल्क एयर ने कहा है कि वह 737 मैक्स के बदले बोइंग 737-800 विमान का परिचालन बेंगलूरु व हैदराबाद के लिए करेगी और भारत के लिए सेवाएं प्रभावित नहीं होगी।
डीजीसीए ने हालांकि मैक्स विमानों को खड़े करने का निर्देश नहीं दिया है और स्पाइसजेट ने इसका परिचालन जारी रखा है। विमानन कंपनी ने कहा, बोइंग 737 मैक्स काफी ज्यादा परिष्कृत विमान है। वैश्विक स्तर पर यह लाखों घंटे की उड़ान भर चुका है और दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइंस मेंं से कुछ इस विमान का परिचालन कर रही हैं। हम बोइंग व डीजीसीए के संपर्क में हैं और हमेशा की तरह सुरक्षा को तवज्जो देना जारी रखेंगे। हम पहले ही डीजीसीए के निर्देश के मुताबिक अतिरिक्त कदम उठा चुके हैं।
सोमवार शाम डीजीसीए ने भारतीय परिचालकों को अतिरिक्त कदम उठाने का निर्देश जारी किया था, जिसमें इंजीनियरिंग व रखरखाव के अलावा विमान के परिचालन से जुड़ा मसला शामिल है। स्पाइसजेट के बेड़े में 13 बोइंग 737 मैक्स विमान है। जेट एयरवेज के पास 737 मैक्स के पांच विमान हैं, लेकिन पट्टा कंपनियों को भुगतान न होने के चलते ये खड़े हैं। सिल्क एयर के प्रवक्ता ने कहा, हम 737 मैक्स 8 के साथ हैदराबाद के लिए सप्ताह में 11 उड़ान और बेंगलूरु के लिए साप्ताहिक 5 उड़ान का परिचालन कर रहे हैं। भारतीय मार्ग पर किसी तरह का अवरोध नहीं होगा क्योंकि बोइंग 737-800 को इन मार्गों पर तैनात किया जाएगा।
सिल्क एयर के पास अभी 737 मैक्स 8 के छह विमान हैं और इसका परिचालन भारत समेत आठ देशों की उड़ान में होता है। 737 मैक्स 8 को खड़े किए जाने से कंपनी की समयसारणी पर थोड़ा असर पड़ेगा और प्रभावित यात्रियों को अन्य उड़ान में जगह दी जाएगी।
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