मैक्स समूह के प्रवर्तक अनलजित सिंह मैक्स लाइफ की होल्डिंग कंपनी मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज (एमएफएसएल) में अल्पांश हिस्सेदारी और कुछ रियल एस्टेट परिसंपत्तियों की बिक्री करने की योजना बना रहे हैं। इससे प्राप्त रकम का इस्तेमाल वह ऋण के पुनर्भुगतान में करेंगे ताकि दो सूचीबद्ध कंपनियों में गिरवी प्रवर्तक शेयरों को छुड़ाया जा सके। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के अनुसार, अगले चार से छह महीनों में यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। हालांकि प्रवर्तकों ने अपने जीवन बीमा कारोबार को किसी रणनीतिक निवेशक को न बेचने अथवा विलय न करने का निर्णय लिया है जैसा उन्होंने कुछ वर्ष पहले किया था। मैक्स लाइफ का एचडीएफसी लाइफ के साथ प्रस्तावित विलय पर बातचीत जुलाई 2017 में टूट गई थी। सिंह केकेआर के निवेश वाली रेडिएंट लाइफ केयर और मैक्स हेल्थकेयर के विलय के बाद एकीकृत कंपनी में अपनी 12 फीसदी हिस्सेदारी में से 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की भी योजना बना रहे हैं। मैक्स हेल्थकेयर समूह के अस्पताल कारोबार का संचालन करती है।प्रवर्तकों की गिरवी शेयर हिस्सेदारी 31 जनवरी 2019 के अनुसार मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज में 75.59 फीसदी थी, जबकि स्वास्थ्य सेवा और स्वास्थ्य बीमा कारोबार की होल्डिंग कंपनी मैक्स इंडिया (एमआईएल) में 73.55 फीसदी थी। मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज में प्रवर्तक हिस्सेदारी 28.3 फीसदी है जबकि मैक्स इंडिया में प्रवर्तक हिस्सेदारी 40.96 फीसदी है। करीब 3 अरब डॉलर के कारोबार वाला यह समूह अपने स्पेशिएलिटी फिल्म्स कारोबार को बेचने की भी संभावनाएं तलाश रहा है जिसमें उसकी 49 फीसदी हिस्सेदारी है। सिंह ने पहले कहा था कि वह समूह में केवल संरक्षक की भूमिका में रहेंगे और अपनी कंपनियों के बोर्ड से बाहर हो जाएंगे। लेकिन इस मामले से अवगत सूत्रों ने बताया कि अब वह मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज और मैक्स इंडिया में गैर-कार्यकारी चेयरमैन के तौर पर सक्रिय भूमिका में अपनी वापसी करने की तैयारी कर रहे हैं। साथ ही वह समूह चेयरमैन का पद भी हासिल करेंगे जबकि फिलहाल वह मानद चेयरमैन पद पर कार्यरत हैं।प्रवर्तकों ने हाल में स्वास्थ्य बीमा कंपनी मैक्स बुपा में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी ट्रू नॉर्थ को बेचने के बाद अब वे बीमा, रियल एस्टेट, आतिथ्य सेवा और एक नए कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिसे अंतिम रूप देना अभी बाकी है। सूत्रों ने बताया कि उत्तराधिकार योजना के तहत केवल सिंह की बेटी तारा (जो सीनियर-लिविंग कारोबार अंतरा का संचालन करती हैं) और दामाद साहिल वाचानी समूह की कंपनियों के बोर्ड में परिवार का प्रतिनिधित्व करते हैं। सिंह के चार बच्चे हैं जिनमें बेटी प्रिया और बेटा वीर वेलनेस कारोबार का संचालन करते हैं। उन्होंने कहा कि उनके दो बच्चों ने समूह की कंपनियों के बोर्ड में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। मैक्स ग्रुप के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया। फिलहाल तारा मैक्स इंडिया के बोर्ड में हैं जबकि वाचानी को कुछ महीने पहले मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज के बोर्ड में शामिल किया गया है। अनलजित सिंह कुछ महीने पहले नैना लाल किदवई की जगह मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज के गैर कार्यकारी चेयरमैन बने हैं जो अभी भी एक गैर-कार्यकारी निदेशक हैं। वह मैक्स इंडिया में भी अप्रैल में ऐसा ही कर सकते हैं जहां वह मौजूदा चेयरमैन राहुल खोसला की जगह ले सकते हैं।
