इमामी लिमिटेड प्रवर्तकों के गिरवी शेयरों का प्रतिशत मौजूदा 47.6 फीसदी से घटाकर कम से कम 35 फीसदी पर लाना चाहती है और इस बारे में प्राइवेट इक्विटी और निवेश फर्मों से बातचीत कर रही है। इमामी पेपर मिल्स में प्रवर्तकों के गिरवी शेयरों का प्रतिशत 49.93 फीसदी है। इस महीने इमामी पेपर मिल्स के प्रवर्तकों ने गिरवी शेयरों का प्रतिशत पहले के 44.98 फीसदी से बढ़ाकर 49.93 फीसदी पर पहुंचा दिया है।
इमामी का कर्ज 31 मार्च 2018 को करीब 118 करोड़ रुपये था और सूत्रों ने कहा कि कंपनी के प्रवर्तक (अग्रवाल व गोयनका फैमिली) को समूह के अन्य कारोबारों मसलन इमामी सीमेंट व अन्य जैसे एएमआरआई हॉस्पिटल आदि में रकम मुहैया कराने के लिए अपने शेयरों का एक हिस्सा गिरवी रखना पड़ा था।
इमामी लिमिटेड में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 72.7 फीसदी है और इमामी पेपर मिल्स में इनकी हिस्सेदारी 74.97 फीसदी है। एएमआरआई में इमामी समूह की हिस्सेदारी 98.02 फीसदी है। जबकि इमामी सीमेंट में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 89 फीसदी है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक, इमामी सीमेंट का बकाया कर्ज 2,179.50 करोड़ रुपये है जबकि इंडिया रेटिंग्स की पिछले अगस्त में जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि एएमआरआई का कुल समायोजित कर्ज 1,301.7 करोड़ रुपये है।
इंडिया रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया था, वित्त वर्ष 2018 में एएमआरआई ने कॉरपोरेट गारंटी के साथ कर्ज लिया, जो पूंजीगत खर्च के साथ नकदी प्रवाह के बेमेल को समायोजित करने के लिए था। अगले दो साल में 200 करोड़ रुपये के प्रस्तावित पूंजीगत खर्च को देखते हुए इंडिया रेटिंग्स को लग रहा है कि एएमआरआई की तरलता की स्थिति खिंचाव भरी बनी रह सकती है। हालांकि यह समूह की तरफ से असुरक्षित कर्ज के रूप में लगातार समर्थन की हकदार है।