चार तिमाहियों के सुदृढीकरण के बावजूद यूनिकेम का कारोबार (टॉरंट फार्मा द्वारा वित्त वर्ष 2018 में अधिग्रहीत) रफ्तार नहीं पकड़ रहा है। हालांकि घरेलू बाजार पर केंद्रित इस औषधि कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इस पोर्टफोलियो को अब बाजार के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। विश्लेषकों का मानना है कि यूनिकेम अधिग्रहण से वृद्धि को रफ्तार पहले ही मिल चुकी है। चाहे लागत में कटौती हो अथवा प्रति व्यक्ति प्रति महीने की बिक्री में सुधार लगभग हर मोर्चे पर इस अधिग्रहण के संभवित फायदे को भुनाया जा चुका है।
पिछली तीन तिमाहियों के दौरान भारतीय बाजार से प्राप्त टॉरंट फार्मा का राजस्व लगभग स्थिर रहा। वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही में कंपनी ने भारतीय बाजार से 830 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया जबकि दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 816 करोड़ रुपये और तीसरी तिमाही में 835 करोड़ रुपये का रहा। ये आंकड़े कंपनी के लिए काफी मायने रखते हैं क्योंकि अहमदाबाद की यह औषधि कंपनी घरेलू बाजार से करीब 40 फीसदी समेकित राजस्व जुटाती है।
टॉरंट फार्मा के प्रवक्ता ने कहा, 'अधिग्रहीत पोटफोलियो में वृद्धि की रफ्तार कई कारणों से सुस्त रही। अधिग्रहीत कारोबार को टॉरंट फार्मा की प्रथाओं के अनुरूप ढालने के लिए विभिन्न उपचारात्मक कदम उठाए गए जिससे वृद्धि की रफ्तार प्रभावित हुई। अधिग्रहीत पोर्टफोलियो के लिए मांग सृजित करने और विशेष तौर पर ध्यान देते हुए वृद्धि को रफ्तार दी गई। हमारा मानना है कि लघु अवधि की इन चुनौतियों से आगामी वर्षों में दमदार वृद्धि का रास्ता साफ होगा।' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बाजार अनुसंधान फर्म एआईओसीडी अवाकस के अनुसार, मूविंग एनुअल टर्नओवर (एमएटी) के आधार पर दिसंबर में टॉरंट पोर्टफोलियो में 15 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि घरेलू औषधि बाजार में वृद्धि 9 फीसदी रही।
एडलवाइस के दीपक मलिक ने कहा कि यूनिकेम के घरेलू पोर्टफोलियो की वृद्धि रफ्तार सुस्त है। उन्होंने कहा कि यह भी तथ्य कि टॉरंट ने इस पोटफोलियो को युक्तिसंगत बनाया और कार्यबल में तालमेल बिठाया। इससे यूनिकेम का मार्जिन बढ़कर 30 फीसदी हो गया जो 20 फीसदी के दायरे में रहा था। हालांकि तीसरी तिमाही के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिग्रहीत पोर्टफोलियो में वृद्धि आगे भी एक चुनौती बनी रहेगी। यह अधिग्रहण काफी ओवरलैप के साथ किया गया है और 20 फीसदी पोर्टफोलियो में एंटी-हाइपरटेंशन मॉलिक्यूल लोसार्टिन शामिल है। लोसार्टिन के कारोबार की रफ्तार अधिक नहीं है क्योंकि इसका बाजार अब एक अन्य मॉलिक्यूल टेलमिसार्टन की ओर रुख कर चुका है।
एंटी-हाइपरटेंशन दवा लोसार्टन में यूनिकेम की बाजार हिस्सेदारी 37 से 38 फीसदी है। पिछले पांच वर्षों के दौरान इसमें भी शायद ही कभी वृद्धि दिखी है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान लोसर (लोसार्टन का प्रमुख ब्रांड) में 13 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले एक वर्ष के दौरान (पिछले वर्ष के मुकाबले दिसंबर में एमएटी) लोसर ब्रांड की वृद्धि महज 4.5 फीसदी रही। टॉरंट का मानना है कि लोसार्टन उसके पोर्टफोलियो के बिल्कुल अनुकूल है क्योंकि इससे उसे अपने एंटी-हाइपरटेंशन पोटफोलियो की खाई को पाटने में मदद मिलेगी।