सरकारी स्वामित्व वाली इक्विनॉर का परिचालन 36 से ज्यादा देशों में हैनॉर्वे की सरकारी पेट्रोकेमिकल दिग्गज इक्विनॉर रीन्यू पावर की बड़ी हिस्सेदारी लेने पर विचार कर रही है। एक सूत्र ने कहा, इस कंपनी की अग्रणी और पहली निवेशक गोल्डमैन सैक्स के पास 48.62 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि अबु धाबी इन्वेस्टमेंट एजेंसी के पास 15.92 फीसदी हिस्सेदारी। ये दोनों अपनी हिस्सेदारी बेचकर निकलने पर विचार कर रही हैं। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र ने कहा, पिछले महीने नॉर्वे के प्रधानमंत्री एर्ना सोलबर्ग की भारत यात्रा के दौरान रीन्यू पावर में इक्विनॉर की दिलचस्पी पर चर्चा हुई थी। सरकारी स्वामित्व वाली इक्विनॉर का परिचालन 36 से ज्यादा देशों में है। पेट्रोकेमिकल के अलावा इक्विनॉर की कारोबारी दिलचस्पी पवन ऊर्जा व बायो फ्यूल में है। इस बारे में जानकारी के लिए रीन्यू पावर के प्रवक्ता को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला।उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आईपीओ लाने की योजना में देरी के बाद रीन्यू पावर रणनीतिक निवेशक की तलाश कर रही है। रीन्यू पावर ने पिछले साल मई में सेबी के पास आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे। कंपनी की योजना बाजार से 2,600 करोड़ रुपये जुटाने की है। हालांकि अब तक आईपीओ पेश नहीं हो पाया है। रीन्यू ने आईपीओ दस्तावेज में कहा है, हमारे इक्विटी निवेशकों में गोल्डमैन सैक्स, जेईआरए, एआईडीए, सीपीपीआईबी, एडीबी आदि शामिल हैं और इन्होंने विभिन्न वर्षों में कंपनी में 6,696.56 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे कंपनी को काफी मदद मिली है।कनाडा की पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने ओस्ट्रो एनर्जी की खरीद में सहायता के लिए रीन्यू पावर में 24.7 करोड़ रुपये का निवेश किया। ऐक्टिस पीई समर्थित ओस्ट्रो एनर्जी का अधिग्रहण रीन्यू ने किया, जिसकी परिसंपत्ति का आकार 5,600 मेगावॉट है और आईपीओ से पहले अपने पोर्टफोलियो में इजाफे के लिए कंपनी ने यह अधिग्रहण किया। बाजार के सूत्रों ने कहा कि सीपीपीआईबी भी प्रीमियम अर्जित करना और आईपीओ के जरिए बाहर निकलना चाहती है। सीपीपीआईबी के पास कंपनी की 16.22 फीसदी हिस्सेदारी है।
