बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सोमवार को 30692.59 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले करीब 12 फीसदी अधिक है। चुनावी साल होने के कारण बीएमसी के बजट में किसी तरह की कर बढ़ोतरी नहीं की गई। खस्ताहाल बेस्ट के लिए बजट में ध्यान रखा गया है, लेकिन सबसे ज्यादा तवज्जो शहर में बुनियादी परियोजनाओं को दी गई है।
देश के सबसे अमीर नगर निकाय बीएमसी के आयुक्त अजय मेहता ने स्थायी समिति में बजट पेश किया। कुल बजट में से 51 फीसदी यानी 15628.99 करोड़ रुपये बुनियादी क्षेत्र के लिए आवंटित किए गए हैं। जलापूर्ति और सीवर लाइन के लिए 15 फीसदी यानी 4,528.99 करोड़ रुपये रखे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को 13 फीसदी यानी 4,151.14 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुंबई की 2034 की विकास योजना (डीपी) के लिए 3,323.64 करोड़ रुपये का बजट में प्रस्ताव किया गया है। तटीय सड़क परियोजना के लिए 1,600 करोड़ रुपये, सड़कों के रखरखाव के लिए 1,500 करोड़ रुपये, गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये, तानसा पाइप लाइन से 36 किलोमीटर के साइकिल ट्रैक के लिए 120 करोड़ रुपये, पुलों के पुनर्निर्माण और मरम्मत के 108 करोड़ रुपये और देवनार में कचरे से बिजली पैदा करने वाली परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
हाल ही बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल को ध्यान में रखते हुए इस बार बजट में विभाग का ध्यान रखा गया। बजट में बेस्ट को 34.10 करोड़ रुपये की सहायता का ऐलान किया गया। साथ ही बेस्ट कर्मचारियों को आवास के लिए 10 करोड़ रुपये का भी बजट में प्रावधान किया गया है। दिवंगत बाला साहेब ठाकरे के स्मारक के लिए 5 करोड़ रुपये दिए गए हैं। शिवाजी पार्क में महापौर के नए निवास के लिए एक करोड़ रुपये का प्राïवधान किया गया है।