जेट में 250 करोड़ रुपये निवेश करेंगे गोयल | अनीश फडणीस / मुंबई February 03, 2019 | | | | |
जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल विमानन कंपनी में करीब 250 करोड़ रुपये निवेश करने जा रहे हैं क्योंकि वह अपने साझेदार एतिहाद एयरवेज के साथ समाधान योजना पर बातचीत कर रहे हैं। पिछले कई महीने से विमानन कंपनी की वित्तीय हालत खस्ता है और कंपनी अपने कर्मचारियों के एक वर्ग और वेंडरों को आंशिक भुगतान कर रही है। नए निवेश से विमानन कंपनी को बकाया भुगतान में मदद मिलेगी। विमानन कंपनी ने पायलटों और इंजीनियरों को नवंबर के वेतन का 75 फीसदी जनवरी के आखिर तक देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक सिर्फ 50 फीसदी का ही भुगतान किया है। पायलटों की यूनियन नैशनल एविएटर्स गिल्ड आगे के कदमों पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक कर रहा है। पट्टा देने वाली कंपनियां भी बकाया भुगतान को लेकर कदम उठाने की धमकी दे रही हैं।
कंपनी में गोयल की हिस्सेदारी 51 फीसदी है और अभी वह समाधान योजना को अंतिम रूप देने के लिए अबु धाबी में हैं। विमानन कंपनी के कर्ज पुनर्गठन और एतिहाद व लेनदारों से नई पूंजी हासिल करने से पहले 250 करोड़ रुपये की फंडिंग महत्वपूर्ण होगी। एतिहाद ने भी जेट के लॉयल्टी प्रोग्राम से 3.5 करोड़ डॉलर जारी करने को समर्थन पर प्रतिबद्धता जताई है, लेकिन यह शर्तों के साथ होगा। इस मसले पर जेट एयरवेज ने बिजनेस स्टैंडर्ड के ईमेल का जवाब नहींं दिया। पिछले गुरुवार को विमानन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी विनय दुबे ने कर्मचारियों को सूचित किया था कि कंपनी समाधान योजना को अंतिम रूप देने के करीब है और उनसे धैर्य रखने का अनुरोध किया था। सूत्रों ने कहा कि गोयल ने एतिहाद की ज्यादातर शर्तें स्वीकार कर ली है और दोनों पक्षकार जल्द ही एमओयू पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
योजना के तहत गोयल की हिस्सेदारी 51 फीसदी से घटकर करीब 22 फीसदी पर आ जाएगी, वहीं साझेदार एतिहाद की हिस्सेदारी मौजूदा 24 फीसदी से बढ़कर 40 फीसदी पर पहुंच जाएगी। कर्ज को इक्विटी में बदलने और नई पूंजी दिए जाने के बाद बैंकों के पास 30 फीसदी हिस्सेदारी हो सकती है और इसमें एसबीआई के पास 15 फीसदी हिस्सा हो सकता है। गोयल बोर्ड से बाहर निकल जाएंगे और उनके बेटे निवान बोर्ड में शामिल हो सकते हैं। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 14 फरवरी को होगी और अधिकृत पूंजी में इजाफे, कर्ज को इक्विटी में तब्दील करने और बोर्ड में लेनदारों के नामांकितों की नियुक्ति पर शेयरधारकों की मंजूरी हासिल करने के लिए 21 फरवरी को असाधारण आम बैठक होगी।
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