प्रियंका को लेकर कुंभ में कई तरह की राजनीतिक चर्चा | मानवी कपूर / प्रयागराज February 03, 2019 | | | | |
इलाहाबाद के कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 12 के बाहर मदर डेयरी बूथ के मालिक की दोपहर बाद की झपकी एक चर्चा ने तोड़ी। दुकान पर एक ग्राहक लस्सी लेने आया और कुछ राजनीतिक चर्चा शुरू हो गई। ग्राहक ने कहा, 'क्या आपने सुना? उन्होंने घोषणा की है कि प्रियंका (गांधी बाड्रा) भी चुनाव लड़ेंगी।' बूथ के मालिक सुनील कुमार त्रिपाठी ने कहा, 'यह बेवकूफी वाली बात है।' उन्होंने फैसला सुनाते हुए कहा, 'उनको सिर्फ बेवकूफ ही वोट देंगे।' आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में इस बयान को साफ करने को कहे जाने पर त्रिपाठी ने कहा, 'देखिए, जिन लोगों ने इंदिरा गांधी को वोट किया है, वे सोचेंगे कि प्रियंका उनकी पुनर्जन्म हैं। पुनर्जन्म को मानने वाले कट्टर हिंदुओं को वे इस स्थापना से लुभाना चाहेंगे।' लेकिन हकीकत यह है कि जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी तब वाड्रा 13 साल की थीं।
राहुल गांधी के विपरीत प्रियंका की राजनीति में आधिकारिक रूप से कदम की चर्चा जोर शोर से हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी का जमीन रहा, जिसने 2015 के चुनाव में कांग्रेस और गांधी परिवार की उपेक्षा कर दी। गौरीगंज से कुंभ आए नरेंद्र कुमार ने कहा, 'वह इंदिरा जैसी दिखती हैं इसलिए मुझे लगता है कि वह उस परिवार की हैं।' कुंभ में ठेकेदार सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि वह निश्चित रूप से अबकी भाजपा को वोट नहीं देंगे। वहीं वाराणसी की अलका शर्मा ने कहा, 'सभी अन्य विकल्पों व गठजोड़ों में प्रियंका के चेहरे के साथ कांग्रेस अब सबसे बेहतर लग रही है।'
उन्होंने कहा, 'मोदी ने बनारस में मंदिरों को ध्वस्त कर दिया। कम से कम प्रियंका ज्यादा खुले तौर पर हिंदू धर्म स्वीकार करने को इच्छुक हैं।' वह उन खबरों का हवाला दे रही थीं, जिनमें कहा गया था कि प्रियंका 4 फरवरी को संगम में स्नान करने आ सकती हैं।
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