चंदा नियम उल्लंघन की दोषी | |
निकहत हेटावकर / मुंबई 01 30, 2019 | | | | |
► श्रीकृष्ण समिति ने सौंपी रिपोर्ट, वसूले जाएंगे बोनस एवं शेयर विकल्प
► बैंक ने कहा, कोछड़ की छुट्टी को उनकी बर्खास्तगी माना जाएगा
► कोछड़ को लौटाने होंगे 9.82 करोड़ रुपये के बोनस और 60 लाख शेयर
► मौजूदा तथा भविष्य में मिलने वाले अन्य लाभों से भी किया जाएगा वंचित
आईसीआईसीआई बैंक ने बीएन श्रीकृष्ण समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी चंदा कोछड़ ने बैंक की आचार संहिता तथा हितों के टकराव से बचने के लिए बनाए प्रारूप का उल्लंघन किया है। बैंक ने कहा कि कोछड़ की छुट्टी को उनकी बर्खास्तगी के तौर पर लिया जाएगा और अप्रैल 2009 से मार्च 2018 की अवधि में दिए गए बोनस को वापस लिया जाएगा। इसके साथ ही शेयर विकल्प एवं उनके अन्य लाभों को रोका जाएगा। आईसीआईसीआई बैंक ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बीएन श्रीकृष्ण के नेतृत्व में कोछड़ मामले की जांच के लिए समिति गठित की थी। उन्होंने बैंक के निदेशक मंडल की बैठक में कोछड़ के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर आज अपनी रिपोर्ट सौंपी।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'चंदा कोछड़ ने भारतीय कानून, नियम एवं विनियम के अनुसार हितों के टकराव तथा कर्तव्यों के प्रारूप के लिए बनाई गई आईसीआईसीआई बैंक की आचार संहिता का उल्लंघन किया था।' आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि वीडियोकॉन समूह को कर्ज दिए जाने के मामले में कोछड़ ने हितों के टकराव एवं खुलासा जरूरतों को सही तरीके से पूरा नहीं किया। वीडियोकॉन मामले में कोछड़ के करीबी रिश्तेदार शामिल थे औैर उसके साथ कारोबारी हित भी थे।
बैंक कोछड़ को वर्तमान तथा भविष्य में मिलने वाले सभी तरह के भुगतान जैसे बकाया राशि, बकाया बोनस, शेयर विकल्प एवं चिकित्सा लाभ को वापस लेगा। यह अप्रैल 2009 से मार्च 2018 तक दिए गए बोनस को वापस लिए जाने के अतिरिक्त होगा। बैंक ने यह भी कहा कि वह इस मामले में आगे कार्रवाई कर सकता है। न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण के नेतृत्व में इस जांच में कानूनी फर्म, फॉरेंसिक तथा जांच सेवा फर्म ने भी मदद की। बैंक ने कहा कि इस जांच रिपोर्ट को आईसीआईसीआई बैंक के जारी वित्तीय नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पिछले हफ्ते सीबीआई ने वीडियोकॉन समूह को कर्ज आवंटित करने के मामले में चंदा कोछड़ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी में बैंक के पूर्व चेयरमैन केवी कामत और मौजूदा प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संदीप बख्शी के साथ ही अन्य वरिष्ठ बैंकरों की भूमिका का भी उल्लेख किया गया है, जिनसे पूछताछ की जा सकती है। पिछले साल जून में बैंक ने घोषणा की थी कि इस मामले में जांच पूरी होने तक कोछड़ छुट्टी पर जाएंगी। इसके साथ ही संदीप बख्शी को मुख्य परिचालन अधिकारी और अंतरिम मुख्य कार्याधिकारी नियुक्त किया था। बख्शी ने आधिकारिक तौर पर अक्टूबर में मुख्य कार्याधिकारी की जिम्मेदारी संभाली थी क्योंकि कोछड़ ने समय पूर्व सेवानिवृत्ति का आग्रह किया था।
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