बजाज फाइनैंस का लाभ 54 फीसदी बढ़ा | बीएस संवाददाता / मुंबई January 29, 2019 | | | | |
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए बाजार की स्थिति अनुकूल नहीं रहने के बाद भी बजाज फाइनैंंस का प्रदर्शन शानदार रहा है। दिसंबर तिमाही में इसकी शुद्ध ब्याज आय 46 फीसदी बढ़ी जबकि शुद्ध लाभ 54 फीसदी की उछाल के साथ 1,060 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसकी एकीकृत प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां साल दर साल के हिसाब से तिमाही में 41 फीसदी बढ़ी, जिससे हर मानक पर कंपनी के नतीजे उम्मीद से बेहतर स्थिति में लाने में मदद मिली। इसकी फंड की लागत क्रमिक तौर पर महज 6 आधार अंक बढ़कर 8.2 फीसदी रही, ऐसे में शुद्ध ब्याज मार्जिन करीब 10 फीसदी पर बना रहा। इन वजहों से बजाज फाइनैंस का शेयर मंगलवार को दो फीसदी चढ़ गया।
हालांकि सबसे ज्यादा महंगा एनबीएफसी शेयर होने के नाते यह आकलन करना महत्वपूर्ण है कि क्या तीसरी तिमाही के नतीजे टिकाऊ होंगे। आईएलऐंडएफएस के ऊपर इसका 225 करोड़ ररुपये का कर्ज है, ऐसे में आगामी दिनों में संपत्ति गुणवत्ता पर भी नजदीकी निगाह डाली जाएगी। कुछ कर्ज एनपीए में शामिल होने के चलते तीसरी तिमाही में इसकी सकल गैर-निष्पादित आस्तियों का अनुपात बढ़कर 1.55 फीसदी पर पहुंच गया, जो दूसरी तिमाही में 1.49 फीसदी रहा था। इसका शुद्ध एनपीए अनुपात भी बढ़कर 0.62 फीसदी पर पहुंच गया। इसके प्रावधान की लागत साल दर साल के हिसाब सो दोगुनी होकर 453 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। बजाज फाइनैंस ने आईएलऐंडएफएस के कर्ज के लिए करीब 20 फीसदी प्रावधान किया है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह लंबे समय तक बजाज फाइनैंंस की संपत्ति गुणवत्ता पर असर डालता रहेगा।
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