किसानों को जमीन लौटाने की प्रक्रिया शुरू | बीएस संवाददाता / जगदलपुर January 17, 2019 | | | | |
टाटा स्टील की इस्पात परियोजना से प्रभावित लोगों को उनकी जमीन वापस देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार को सिरिसगुड़ा गांव में एक शिविर न्यायालय (कैंप कोर्ट) लगाकर इसकी शुरुआत हुई। जमीन देने वाले जिन किसानों की मृत्यु हो चुकी है, उनके उत्तराधिकारियों को गवाहों की उपस्थिति में जमीन लौटाई जा रही है। माना जा रहा है कि 26 जनवरी तक सभी किसानों को जमीन लौटाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। तहसीलदार करिश्मा दुबे ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार टाटा स्टील के लिए अधिग्रहीत भूमि किसानों को लौटाने के लिए सिरिसगुड़ा में कैंप कोर्ट का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इसमें ग्राम पंचायत के किसान मौजूद थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की कमान संभालते ही लोहांडीगुड़ा क्षेत्र के किसानों को उनकी जमीन वापस करने की घोषणा कर दी थी। जमीन वापस किए जाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद परियोजनाओं से प्रभावित किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। टाटा स्टील की परियोजना के लिए किसान जमीन देने के पक्ष में शुरू से नहीं थे। बाद में कंपनी ने जब परियोजना लगाने की योजना स्थगित कर दी तो किसान अपनी जमीन वापस किए जाने की मांग करने लगे। उस समय में विपक्षी कांग्रेस ने सत्ता में आने पर किसानों को जमीन लौटाने का वादा किया था।
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा
विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना कर चुकी भाजपा ने अब लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में बस्तर व कांकेर लोकसभा की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री केदार कश्यप को सौंपी गई है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में हार के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी पुख्ता रखने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है।
|