एचसीएल टेक खरीदेगी आईबीएम के आईपी | देवाशिष महापात्र / बेंगलूरु December 07, 2018 | | | | |
देश की पांचवीं सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने आईबीएम के चुनिंदा बौद्घिक संपदाओं (आईपी) के अधिग्रहण की घोषणा की है। यह सौदा करीब 1.8 अरब डॉलर में होगा। अगर यह सौदा होता है तो यह घरेलू आईटी क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। शिव नाडर के नेतृत्व वाली एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने कहा कि वह आईबीएम से सुरक्षित डिवाइस प्रबंधन, मार्केटिंग ऑटोमेशन, ओम्नी चैनल ई-कॉमर्स और डिजिटल एक्सपीरियंस जैसे क्षेत्रों में 9 आईपी का अधिग्रहण कर सकती है। यह सौदा पूरी तरह से नकद में होगा और अगले साल के मध्य तक यह पूरा हो जाएगा। अधिग्रहण के लिए आंतरिक संसाधनों से पैसे जुटाए जाएंगे और करीब करीब 30 करोड़ डॉलर का कर्ज लिया जाएगा।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि सौदे के तहत कुल 1.8 अरब डॉलर में से करीब 50 फीसदी का भुगतान 2019 के मध्य तक किया जाएगा जबकि शेष का भुगतान सौदा पूरा होने के 12 महीने के अंदर किया जाएगा। इस सौदे से एचसीएल को आईबीएम के करीब 5,000 मजबूत ग्राहक आधार तक पहुंच प्राप्त होगा, जो फिलहाल इन सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। कंपनी को ऐसे ग्राहकों को अपने अन्य उत्पाद एवं सेवाएं बेचने का भी अवसर मिलेगा। एचसीएल टेक्नोलॉजिज के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी सी विजयकुमार ने कहा, 'हम ग्राहकों के साथ सीधा संबंध कायम कर अपने भौगोलिक क्षेत्रों का विस्तार कर रहे हैं। इस सौदे से हमें इन ग्राहकों को अपनी अन्य सेवाओं की पेशकश करने का भी मौका मिलेगा।'
कंपनी के परिदृश्य के बारे में एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने कहा कि 2021 से उसका सालाना राजस्व 65 अरब डॉलर बढ़ जाएगा। इसके साथ ही सौदा पूरा होने के दो साल बाद इन उत्पादों से परिचालन मार्जिन करीब 50 फीसदी बढऩे की उम्मीद है। एचसीएल-आईबीएम का सौदा किसी घरेलू आईटी कंपनी द्वारा हाल के वर्षों में सबसे बड़ा निवेश होगा। टेक महिंद्रा ने 2009 में संकट में फंसी सत्यम कंप्यूटर का 1.23 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था, वहीं 2011 में एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने 73.1 करोड़ डॉलर में एक्सॉन समूह को खरीदा था। हालांकि इस सौदे की खबर को लेकर बाजार में उत्साह नहीं दिखा और एचसीएल टेक्नोलॉजिज का शेयर 5 फीसदी गिरकर 961.55 रुपये पर बंद हुआ।
उद्योग विशेषज्ञ और विश्लेषकों की राय इस सौदे के परिदृश्य को लेकर बंटी हुई है। एचएफएस रिसर्च के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी फिल फस्र्ट ने कहा, 'एचसीएल पिछले कई वर्षों में अपने उत्पाद कारोबार का विस्तार किया है और 1 अरब डॉलर राजस्व हासिल किया है, जिनमें से 80 वऊीसदी आईबीएम के साथ साझेदारी में जुटाए हैं। ऐसे में यह सौदा दोनों कंपनियों के लिए फायदेमंद है।' हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है कि दुनिया में ऐसी गिनी-चुनी कंपनियां ही हैं जिसने उत्पाद एवं सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर सफलतापूर्वक प्रबंधन किया है।पारीख कंसल्टेंट के संस्थापक पारीख जैन ने कहा, 'यह एचसीएसल के अच्छा रणनीतिक कदम है लेकिन इसके जोखिम भी हैं।'
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