टायर कारोबार अलग करेगी केसोराम इंडस्ट्रीज | एजेंसियां / कोलकाता December 04, 2018 | | | | |
बी के बिड़ला समूह की कंपनी केसोराम इंडस्ट्रीज ने दूसरे दौर के पुनर्गठन के तहत अपने टायर कारोबार को अलग करने की घोषणा की है। कंपनी के कर्ज को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, टायर कारोबार को एक अलग इकाई बिड़ला टायर लिमिटेड के तहत अलग करने की मंजूरी कंपनी ने दे दी है। केसोराम के सीएफओ राधाकृष्णन ने कहा, निवेशकों के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं, लेकिन हम टायर कारोबार में बने रहेंगे। दो साल पहले कंपनी ने हरिद्वार के पास स्थित लस्कर टायर प्लांट की बिक्री 2,000 करोड़ रुपये में जे के टायर्स को कर दी थी और यह कदम 5,300 करोड़ रुपये के कर्ज को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया था। कंपनी लगातार कर्ज घटा रही है, जो अभी 3,500 करोड़ रुपये है पर इसके प्रबंधन में दिक्कत हो रही है। अलग हुए टायर कारोबार का टर्नओवर पिछले वित्त वर्ष में 1,453 करोड़ रुपये रहा, जो कंपनी के कुल राजस्व का 39 फीसदी है। अलग की गई टायर कंपनी में करीब 1,000 करोड़ रुपये के कर्ज का हस्तांतरण किया जाएगा।
केसोराम के शेयरधारकों को हर शेयर पर बिड़ला टायर्स लिमिटेड के 10 रुपये वाले एक शेयर मिलेंगे। केसोराम के प्रबंधन ने कहा, टायर कारोबार के लिए अलग प्रबंधन से टायर व सीमेंट कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने और बढ़त को रफ्तार देने में मदद मिलेगी, जिससे केसोराम के शेयरधारकों के लिए कीमत का सृजन होगा। कारोबार अलग करने के प्रस्ताव पर नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल से मंजूरी ली जाएगी। कारोबार अलग होने के बाद केसोराम आंध्र प्रदेश में अपना सीमेंट कारोबार और रेयान बनाए रखेगा, जिसकी क्षमता 75 लाख टन है।
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