येस बैंक : अधिकार का पेच | |
सुरजीत दास गुप्ता और निकहत हेटावकर / मुंबई 11 28, 2018 | | | | |
बैंक के प्रवर्तक समूह के बीच बराबर अधिकार और प्रतिनिधित्व से जुड़े मुद्दों पर विवाद
► सहमति की शर्तों के मसौदे पर हो रही है बातचीत
► एक-एक गैर-कार्यकारी निदेशक नामित करेंगे दोनों समूह
► बाहरी उम्मीदवार बन सकता है राणा कपूर का उत्तराधिकारी
निजी क्षेत्र के येस बैंक के प्रवर्तक समूह लंबे समय से चले आ रहे अपने आपसी विवाद को दूर करने की कोशिशों में लगे हैं और सहमति की शर्तों के मसौदे को लेकर उनके बीच सक्रिय बातचीत हो रही है। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तकों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा बराबर अधिकार और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है।
रिजर्व बैंक ने हाल ही में येस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी राणा कपूर के तीन साल के कार्यकाल को कम कर दिया था। अब उनका कार्यकाल 31 जनवरी, 2019 तक होगा। सह प्रवर्तकों राणा कपूर और मधु कपूर की अगुआई में दो प्रवर्तक समूहों के बीच विवाद को खत्म करने के लिए गहन चर्चा हो रही है क्योंकि राणा कपूर का कार्यकाल बढ़ाने के येस बैंक के अनुरोध को आरबीआई ने खारिज कर दिया है। इस बारे में येस बैंक को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं आया है।
एक सूत्र ने कहा, 'दोनों पक्षों के बीच चर्चा जारी है और उन्होंने अपनी मांगें रख दी हैं। बराबर अधिकारों की मांग की गई है और हमें उम्मीद है कि इस मांग को मान लिया जाएगा।' अगर दोनों प्रवर्तक समूहों के बीच सहमति बनती है तो वे संयुक्त रूप से राणा कपूर के उत्तराधिकारी और गैर कार्यकारी चेयरमैन के नाम की सिफारिश करेंगे। इसके लिए बोर्ड और नियामकीय मंजूरी लेने की जरूरत होगी। दोनों समूह बोर्ड में एक-एक गैर कार्यकारी निदेशक को नामित करेंगे और संयुक्त रूप से एक गैर कार्यकारी निदेशक के नाम की सिफारिश करेंगे।
बीएसई को दी गई जानकारी के मुताबिक सितंबर तिमाही के अंत में राणा कपूर और उनके परिवार की येस बैंक में 10.64 फीसदी हिस्सेदारी थी जबकि मधु कपूर की हिस्सेदारी 9.27 फीसदी है। राणा कपूर के उत्तराधिकारी को लेकर जारी अनिश्चितता खासकर दोनों प्रवर्तक समूहों के बीच चल रहे विवाद के कारण बाजारों ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। सितंबर में आरबीआई के राणा कपूर के कार्यकाल को घटाने के फरमान के बाद से बैंक के शेयर में 40 फीसदी से अधिक की कमी आई है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड ने खबर दी थी कि बैंक की 15 दिसंबर तक एमडी और सीईओ पद के उम्मीदवारों की सूची सौंपने की योजना है। सूत्र ने कहा कि इस पद के लिए किसी बाहरी उम्मीदवार का चयन होने की प्रबल संभावना है और आतंरिक उम्मीदवार के तौर पर केवल रजत मोंगा के नाम पर विचार किया जा रहा है। मोंगा अभी येस बैंक में सीनियर ग्रुप प्रेजिडेंट के पद पर हैं।
राणा कपूर के उत्तराधिकारी की खोज में मदद के लिए बैंक ने आंतरिक और बाहरी सदस्यों की एक समिति बनाई है। पिछले कुछ महीनों में बैंक के निदेशक मंडल से चार लोगों ने इस्तीफा दिया है जिससे बैंक के कामकाम पर सवाल उठ रहे हैं। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को बैंक की वित्तीय साख का स्तर घटाकर गैर निवेश श्रेणी में रख दिया और इसके आगामी परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक कर दिया।
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