बेसलाइन वेंचर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (वीएफआई) के 50: 50 संयुक्त उपक्रम प्रो वॉलीबॉल लीग के पहले सीजन की शुरुआत अगले साल 2 फरवरी से होगी जिसमें छह शहरों वाली टीमें शामिल होंगी। छह शहरों वाले फ्रैंचाइजी का मुकाबला तीन हफ्ते तक जारी रहेगा जिनमें अहमदाबाद, कालीकट, कोचिन, मुंबई, हैदराबाद और चेन्नई शामिल हैं। इस प्रो वॉलीबॉल लीग की शुरुआत 2 फरवरी से 22 फरवरी तक होगी और इसका प्रसारण सोनी सिक्स (अंग्रेजी) और सोनी टेन 3 (हिंदी) में होगा जो सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया के खेल चैनल हैं।
फ्रैंचाइजी के मालिकाना हक के लिए कुल 20 पक्षकारों ने निविदा दस्तावेज हासिल किए और दिल्ली सहित 14 शहरों के फ्रैंचाइजी इसमें शामिल थे। हालांकि प्रवर्तक पहले सीजन में दायरा थोड़ा छोटा रखना चाहते थे इसी वजह से केवल छह फ्रैंचाइजी दी गई।
प्रो वॉलीबॉल लीग के मुख्य कार्याधिकारी जॉय भट्टाचार्य का कहना है, 'हम उन लोगों को चाहते हैं जिनमें खेल के प्रति जुनून हो। हम चाहते हैं कि वैसे लोग और कंपनियां इससे जुड़ें जो इसमें लंबे समय तक टिके रहे हैं। इस तरह के लीग में वक्त लगने के साथ ही काफी मेहनत भी लगती है। हमारे साथ छह फ्रैंचाइजी और मालिक जुड़े हैं जो हमारे खेल के प्रति प्रतिबद्ध हैं। जब हमने इसे परख लिया तो इसके बाद उनकी वित्तीय स्थिति की जांच करना और फिर फ्रैंचाइजी का स्वामित्व देने का काम ही रह गया।'
प्रसारणकर्ता कंपनी ने पहले ही अपने नेटवर्क पर इस लीग के प्रसारण की घोषणा करते हुए एक विज्ञापन देना शुरू किया है। इस कॉमर्शियल में बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू इस लीग को अपना समर्थन देते हुए नजर आती हैं। अगले दो महीने में यह नेटवर्क लीग का और भी प्रचार-प्रसार करेगा।
एसपीएन स्पोट्र्स कंटेंट के प्रमुख प्रसन्न कृष्णन कहते हैं कि रियो ओलंपिक्स के दौरान ज्यादातर खेल नमूनों में से 5 करोड़ से ज्यादा दर्शक भारत के खेल देखते हैं और एशियाई खेलों के दौरान 2 करोड़ से अधिक दर्शकों ने वॉलीबॉल मैच देखा। इन दोनों ही टूर्नामेंट में महिला दर्शकों की तादाद भी ज्यादा तकरीबन 40 फीसदी तक थी। प्रो कबड्डी और इंडियन प्रीमियर लीग में भी महिला दर्शकों का योगदान है। वॉलीबॉल के दर्शकों के लिहाज से पंजाब और हरियाणा जैसे राज्य प्रमुख बाजार हैं।
हालांकि उत्तर भारत से कोई टीम नहीं है ऐसे में लीग के दर्शकों पर कोई असर नहीं पड़ सकता है। कारोबार के लिहाज से हिंदी भाषी बाजार एक अहम बाजार है और विज्ञापनदाताओं के लिए यह प्राथमिकता वाला क्षेत्र भी है। हालांकि प्रवर्तक और प्रसारणकर्ता इस बात को लेकर काफी आश्वस्त हैं कि उत्तर या पूर्व की टीमों के ना होने का कोई असर दर्शकों की तादाद पर पड़ेगा। कृष्णन का कहना है, 'पहले कुछ सालों तक लीग को स्थापित करने पर जोर दिया जाएगा और हमें पूरा यकीन है कि मैचों की गुणवत्ता से दर्शकों का आकर्षण बढ़ेगा।'
इस लीग में टीम का स्वामित्व रखने वाले रॉनी स्क्रूवाला कहते हैं कि किसी खेल की सफलता इसकी रफ्तार पर निर्भर होती है और टीवी पर वॉलीबॉल की अच्छी संभावना है। वह कहते हैं, 'देश को पांच शीर्ष खेलों की जरूरत है। क्रिकेट की मौजूदगी है लेकिन अब अन्य चार खेलों पर भी जोर देने की जरूरत है जिनमें वॉलीबॉल भी एक है। मैं अपने गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में जो काम करता हूं उससे मुझे अंदाजा मिला है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वॉलीबॉल के लिए अच्छी संभावना है।'
स्क्रूवाला अपनी खेल टीम के ब्रांड यूमुंबा का विस्तार भी इस लीग में कर रहे हैं। यूमुंबा एक ऐसी टीम है जो प्रो कबड्डी लीग में खेलती है और इसका स्वामित्व स्क्रूवाला के यूस्पोट्र्स के पास भी है। प्रो वॉलीबॉल लीग की टीम को यूमुंबा वॉली कहा जाएगा जिसके जरिये खेल टीम ब्रांड का विस्तार नई लीग में किया जा रहा है।