लोकसभा चुनाव की धमक और राम मंदिर आंदोलन में तेजी के बीच अरसे से ठंडा पड़ा अयोध्या का होटल, पर्यटन और रेस्तरां कारोबार फिर से चमक उठा है। यहां के कारोबारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में न केवल बड़े पैमाने पर कार्यक्रम होंगे बल्कि लोगों की आमद में भी तेजी आएगी।
पिछले 15 दिनों से विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा और शिवसेना की आशीर्वाद सभा की वजह से अयोध्या में बाहरी लोगों की आवाजाही बढऩे के साथ ही होटलों व खाने पीने की दुकानों का धंधा भी जोर पकड़ चुका है। सामान्य दिनों में खाली रहने वाले अयोध्या के होटल इन दिनों खचाखच भरे हैं। खान-पान के रेस्तरांओं से लेकर सड़क किनारे के ढाबों तक की चांदी कट रही है। अयोध्या में होटल लगातार भरे हैं, वहीं फैजाबाद में भी कमरे नहीं मिल रहे हैं।
होटल संचालकों का कहना है कि शिवसेना व विहिप की सभा के लिए पिछले 15 दिनों से तैयारियां चल रही थीं, जिस वजह से बड़ी तादाद में बाहरी लोगों की मौजूदगी बनी हुई थी। राम मंदिर मसले को लेकर हो रही मीडिया कवरेज के चलते भी धार्मिक पर्यटकों का ध्यान अयोध्या ही ओर हुआ है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन रिकॉर्ड 47,000 लोगों ने रामलला के दर्शन किए जबकि शनिवार को कोई पर्व त्योहार न होने का बावजूद 17,680 लोगों ने दो पालियों में राम जन्मभूमि के दर्शन किए थे।