वोडाफोन आइडिया की रणनीति►बाजारों में आइडिया और वोडाफोन के सबसे अच्छे नेटवर्क को बनाए रखकर कंपनी ग्राहकों के लाभ को दोगुना करेगी, साथ ही खर्च में कमी लाएगी ►प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) के मोर्चे पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर नहीं कहा कि एआरपीयू बढ़ेगा ►कंपनी अब प्रदर्शन करने वाले अग्रणी जिलों के परिचालन को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्याधिकारी बालेश शर्मा ने कहा कि विभिन्न बाजारों में आइडिया और वोडाफोन के सबसे अच्छे नेटवर्क को बनाए रखकर कंपनी ग्राहकों के लाभ को दोगुना करेगी, साथ ही खर्च में कमी लाएगी। प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) के मोर्चे पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर नहीं कहा कि एआरपीयू बढ़ेगा, लेकिन प्रबंधन को भरोसा है कि बाजार की मौजूदा स्थितियां टिकी नहीं रहेंगी क्योंकि ग्राहकों के पास खर्च करने की क्षमता है और टैरिफ स्थिर हो जाएगा। शर्मा ने कहा, कंपनी अब प्रदर्शन करने वाले अग्रणी जिलों के परिचालन को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसका करीब 86 फीसदी राजस्व 303 जिलों में से अग्रणी चौथाई जिलों से आता है। अंतत: स्पेक्ट्रम से ही तय होता है कि हम ग्राहकों को किस तरह का अनुभव प्रदान कर सकते हैं। जब हम जिले के लिहाज से भारत पर नजर डालते हैं तो हमें पता चलता है कि चार जिलों में से एक से ज्यादा राजस्व मिल रहा है। करीब-करीब सभी इलाकों में दोनों नेटवर्क है और हमारी योजना विभिन्न इलाकों में दोनों में से सबसे अच्छे नेटवर्क चुनने की है। शर्मा ने कहा, वोडाफोन पहले ही करीब 66,000 को-लोकेटेड टावर साइट त्याग चुकी है और अब उन टावरों को एकीकृत करने की रणनीति है जिसे एक दूसरे के करीब रखा जा सकता है। उच्च राजस्व वाले जिलों में कंपनी ऐसे अधिकतम लोकेशन को बनाए रकना चाहेगी, वहीं कम बाजार हिस्सेदारी वाले इलाकों में वह बाजार से निकले बिना अधिकतम टावर खाली कर देगी ताकि लागत का अधिकतम इस्तेमाल हो।उन्होंंने कहा, हम इस पहल से मौजूदा 2 लाख टावरों का करीब 10 फीसदी निकालेंगे, जिसका मतलब यह हुआ कि ब्रांड वोडाफोन के ग्राहकों के पास उपलब्ध टावरों के मुकाबले 40,000 टावर ज्यादा और आइडिया के ग्राहकों के लिए (2जी व 4जी ग्राहक) 50,000 टावर ज्यादा होंगे और वह भी कवरेज क्षमता से समझौता किए बिना। सितंबर तिमाही में वोडाफोन आइडिया का राजस्व क्रमिक तौर पर 7.1 फीसदी फिसला जबकि भारती एयरटेल का 2.2 फीसदी घटा व जियो का 14 फीसदी बढ़ा। वहीं एआरपीयू 4.5 फीसदी घटकर 88 रुपये रह गया और ग्राहकों की संख्या भी 3 फीसदी घट गई।
