चुनावी समर में सबसे कारगर हथियार इंटरनेट साबित हो रहा है। मतदाताओं तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से लेकर दक्षिण की तमाम पार्टियों तक कमोबेश हर कोई इसका जमकर इस्तेमाल कर रही है। बस तरीके अलग-अलग हैं। इनमें सबसे दिलचस्प तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) का तरीका है। तेदेपा के संस्थापक एन टी रामाराव ने 1980 के दशक में आंध्र प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने के लिए फिल्मी कृष्ण की अपनी शोहरत का पूरा इस्तेमाल किया था। उनके दामाद और पार्टी के मौजूदा मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू भी उन्हीं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। फर्क महज इतना है कि फिल्मी पर्दे के बजाय नायडू नए दौर में इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। तेदेपा ने ब्रिटेन के प्रवासी भारतीयों के लिए जो वेबसाइट तैयार की है, उसमें नायडू ओबामा की तरह नजर आते हैं। चेहरा केवल नायडू का है, लिबास ओबामा का है और उनके पीछे व्हाइट हाउस भी दिखाई देता है। इतना ही नहीं, ओबामा की तर्ज पर उन्होंने ऑनलाइन योगदान का अभियान भी शुरू कर दिया है। हालांकि चुनाव में तकनीक का इस्तेमाल 2004 लोकसभा चुनावों में हुआ था, जब एसएमएस का प्रचार के लिए प्रयोग किया गया था। जाहिर है, अगला पड़ाव इंटरनेट ही होना था। इसलिए ओबामा की तरह चुनाव में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले भाजपा के लाल कृष्ण आडवाणी ही अकेले नहीं हैं। तेदेपा के आईटी प्रबंधक सुधाकर आर वी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि यह पोर्टल 2 महीने पहले शुरू किया गया था और इसके जरिये ऑनलाइन रकम इकट्ठा की जा रही है। दिलचस्प है कि पार्टी फंड में इससे करोड़ों रुपये जुटाए गए हैं। तेलुगु अभिनेता चिरंजीवी की पार्टी प्रजाराज्यम भी वेब के जरिये प्रचार में मशगूल है। पार्टी के महासचिव प्रभाकर परकाला के मुताबिक मध्यम वर्ग इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल करता है और उसी पर उनका निशाना रहेगा। हालांकि प्रजाराज्यम अभी ऑनलाइन सहायता नहीं मांग रही है, लेकिन परकाला के मुताबिक जल्द ही उस पर भी सोचा जा सकता है। कांग्रेस भी 2004 के लिए बनाई गई अपनी वेबसाइट को दुरुस्त कर रही है। इसे इंटरैक्टिव बनाया जा रहा है और प्रमुख नेताओं के साक्षात्कार उस पर चस्पां किए गए हैं। लेकिन पार्टी के पूर्व सांसद विश्वजित पी सिंह ने कहा कि किसी नेता का ब्लॉग शुरू करने की पार्टी की कोई योजना नहीं है। अलबत्ता भाजपा की लंबी चौड़ी वेब योजना है। पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी आडवाणी की आधिकारिक वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉटएलके आडवाणीडॉट इन के जरिये 7,000 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी कर ली है। पार्टी के महासचिव अरुण जेटली ने कहा, 'हम कार्यकर्ताओं के ऑनलाइन पंजीकरण से बेहद खुश हैं। इसे आगे बढ़ाया जाएगा। पार्टी अब सदस्यों के क्लब भी बनाने जा रही है। ऐसा एक क्लब मुंबई में पहले ही बन चुका है।' ई-प्रचार का वार भाजपा, कांग्रेस, तेदेपा समेत तमाम पार्टियां कर रहीं इंटरनेट पर प्रचार तेदेपा ने ओबामा की तर्ज पर ऑनलाइन चंदे से जुटाए करोड़ों रुपये भाजपा ने वेबसाइट से जोड़े 7,000 चुनावी कार्यकर्ता कांग्रेस भी हो गई पूरी तरह मुस्तैद
