देसी ब्रांडों को लगेगा पतंजलि का झटका | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई November 08, 2018 | | | | |
रेडिमेड कपड़ों के कारोबार में पतंजलि ने परिधान ब्रांड के नाम से कदम रखा है और यह 500 रुपये में जींस और टी-शर्ट बेच रही है। पतंजलि का कहना है कि वह बहुराष्टï्रीय कंपनियों को टक्कर देने के लिए रेडिमेड कपड़ों के कारोबार में उतरी है। इस मसले पर बिजनेस स्टैंडर्ड ने जिन शीर्ष खुदरा विशेषज्ञों और वस्त्र उद्योग के वरिष्ठï अधिकारियों से बात की उनका कहना है कि पतंजलि से पहली चुनौती घरेलू प्रतिस्पर्धियों को ही मिलेगी। सोमवार को योग गुरु रामदेव की कंपनी ने पतंजलि परिधान नाम से नई दिल्ली में स्वदेशी रेडिमेड कपड़ों के एक स्टोर की शुरुआत की। कंपनी ने कहा कि इस स्टोर पर पुरुष, महिला और बच्चों के कपड़े लिवफिट, आस्था और संस्कार ब्रांड के तहत बेचे जाएंगे। कंपनी का लक्ष्य दो साल में कम से कम 200 स्टोर के साथ 1000 करोड़ रुपये का कारोबार करना है।
गुरुग्राम की एक खुदरा सलाहकार कंपनी टेक्नोपार्क के चेयरमैन अरविंद सिंघल ने कहा, 'रेडिमेड कपड़ों के खंड में तेजी से सफल होना कोई आसान बात नहीं होती है। फिर भी, इस खंड में पतंजलि के आने से सबसे पहली चोट किफायती श्रेणी में कारोबार करने वाली घरेलू कंपनियों पर ही पड़ेगी। विदेशी ब्रांड महत्त्वाकांक्षाओं को पूर्ति के लिए होते हैं और उनकी कीमत भी अधिक होती है। फिलहाल उन्हें इससे चुनौती मिलने की संभावना न के बराबर है।' देश की कुछ शीर्ष उम्दा खुदरा कंपनियों में वी-मार्ट, मैक्स फैशन (दुबई के लैंडमार्क समूह की कंपनी) और फ्यूचर समूह है। मैक्स फैशन से तुरंत प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई, लेकिन वी-मार्ट रिटेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ललित अग्रवाल ने कहा कि वह इस खंड में पतंजलि के आगमन को नजदीक से देख रहे हैं। अग्रवाल ने कहा, 'प्रतिस्पर्धा का हमेशा स्वागत है और मैं उनको (बाबा रामदेव) को अपना स्टोर खोलने पर शुभकामनाएं देता हूं। जहां एक ओर किफायती रेडीमेड के कारोबार में भारतीय कंपनियां सक्रिय हैं, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने कारोबार का विस्तार किस रणनीति के तहत करते हैं और क्या वह कीमत में और कमी करेंगे? यदि ऐसा हुआ तो बाजार को नुकसान पहुंचेगा।'
फ्यूचर समूह के किशोर बियाणी ने कहा, 'उम्दा फैशन बाजार में कई कंपनियों के लिए स्थान है। बाजार निश्चित तौर पर कई और ब्रांडों को समाहित कर सकता है और एक नई कंपनी के आ जाने से हमें अपने कारोबार के प्रभावित होने की कोई आशंका नहीं दिखती। हां, इस पर सबकी नजरें जरूर होंगी कि वह क्या रणनीति अपनाते हैं। बहरहाल, उन्होंने अभी इस क्षेत्र में पहला कदम ही बढ़ाया है। जबतक कि वे अपने कारोबार का विस्तार नहीं कर लेते, हमें उन्हें और समय देने की जरूरत है।'
रामदेव ने पहले ही दीवाली सप्ताह के दौरान अपने स्टोर के सभी खुदरा आइटम पर 25 फीसदी की छूट देने और उत्पादों के दायरे में लगातार विस्तार करने की बात कही थी। नई दिल्ली के स्टोर में डेनिम और घरेलू कपड़ों, सांस्कृतिक और औपचारिक कपड़ों सहित चप्पल, जूते, बैग और गहने तक उपलब्ध हैं।
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