अमेरिका की सबसे लोकप्रिय बास्केटबॉल लीग, नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) अब इस खेल को बढ़ावा देने और भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिए आक्रामक योजनाएं बना रही है। एनबीए के निदेशक (अंतरराष्ट्रीय विकास-भारत) आकाश जैन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, 'भारत में खुद का कारोबार बढ़ाने और बास्केटबॉल को बढ़ावा देने के लिए एनबीए के पास दीर्घकालीन योजनाएं हैं। मौजूदा आर्थिक चुनौतियों के बावजूद एनबीए भारत में अपनी योजनाओं में फेरबदल नहीं करेगी। एनबीए का मानना है कि भारत सहित अन्य देशों में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए ढेरों संभावनाएं हैं। संसाधनों, परिचालनों और कार्यक्रमों में निवेश करने को लेकर एनबीए दीर्घकालीन योजनाएं बना रही है।' अपनी तत्काल योजना के तहत एनबीए भारत में कार्यालय खोलेगी, जिसमें एक भवन भी शामिल है। इसके अलावा, यह एसोसिएशन जमीनी स्तर पर किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों, हर स्तर पर खेल को विकसित करने की रूपरेखा और एनबीए से जुड़ी जीवनशैली आदि को विकसित करने पर भी निवेश करेगी। जैन ने बताया, 'चीन में खुद के कारोबार को विकसित करने में हम लोगों को करीब 30 साल लगे थे। एनबीए के लिए महत्वपूर्ण बाजार के रूप में अमेरिका के बाद चीन दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। भारत में निवेश करने के लिए हम लोगों ने दीर्घकालीन योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है। निकट भविष्य में हम यह उम्मीद जता रहे हैं कि यह खेल भारत में जमीनी स्तर पर और उच्च वर्गों दोनों में समान रूप से विकास करेगा।' भारत में खुद के उत्पादों को बढ़ावा देने और स्थानीय उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए एनबीए अपने मौजूदा साझेदारों, एडिडास, इलेक्ट्रॉनिक ऑर्ट एंड स्प्लेडिंग, के साथ काम करेगी। जैन ने बताया, 'भारत में उत्पादों की पोर्टफोलियो बढ़ाने के लिए हमलोग अन्य साझेदारों के साथ गठबंधन के लिए भी इच्छुक हैं। ऐसा इसलिए भी चाहते हैं ताकि उत्पादों का बड़े पैमाने पर वितरण हो सके।' बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) का कहना है कि बास्केटबॉल देश में तेजी से उभरने वाला दूसरा सबसे बड़ा खेल है। बीएफआई के मुताबिक इस खेल से करीब 40 लाख प्रतिभागी जुड़े हुए हैं। बास्केटबॉल के खेल पर एक बड़ा दांव लगाने के लिए एनबीए ने जूनियर एनबीए व जूनियर डब्ल्यूएनबीए हूप स्कूल प्रोग्राम को शुरू किया था। यह पहला ऐसा कार्यक्रम था जिसे जमीनी स्तर पर 8 से 16 साल के भारतीय युवाओं के लिए शुरू किया गया था। इस पांच दिवसीय कार्यक्रम को पिछले महीने दिल्ली में शुरू किया गया था। यह कार्यक्रम वास्तव में शिक्षा को बढ़ावा देने, बास्केटबॉल में भाग लेने और भारतीय बच्चों में स्वस्थ्य जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। वर्तमान में, एसोसिएशन की दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई में कोचिंग क्लिनिक है। एनबीए भारत में अपनी टीम, ब्रांड और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेट और अन्य मीडिया मंचों का भी इस्तेमाल करेगी। जैन ने बताया, 'चूंकि भारत में ब्रॉडबैंड इंटरनेट बहुत तेजी से पांव पसार रहा है इसलिए हम यह उम्मीद जता रहे हैं कि बास्केटबॉल के प्रेमियों और एनबीए को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेट एक फायदेमंद मंच साबित होगा। आज के समय में एनबीए डॉट कॉम पर आने वालों में सबसे ज्यादा लोग अमेरिका के बाहर के होते हैं। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुनिया भर के लोग एनबीए तक अपनी पहुंच बनाने के लिए डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं।'
