स्कूटर की धीमी रफ्तार बिक्री वृद्घि में आई कमी | अजय मोदी / नई दिल्ली September 24, 2018 | | | | |
क्या आप जानते हैं कि कौनसा वाहन सेगमेंट इस साल सबसे कमजोर वृद्घि दर्ज कर रहा है? यह मोटरसाइकिल, तिपहिया या हल्के वाणिज्यिक वाहन (एलसीवी) सेगमेंट नहीं है। यह स्कूटर है जिसने 2017-18 (वित्त वर्ष 2018) तक मजबूत दो अंक की वृद्घि के सात वर्षों के बाद कमजोरी दर्ज की है।
वर्ष 2018-19 के पहले पांच महीनों में स्कूटर बिक्री (निर्माताओं द्वारा डीलरशिप के लिए) में वृद्घि वित्त वर्ष 2018 में 18 फीसदी की कुल वृद्घि की तुलना में 7 प्रतिशत से कम है। वित्त वर्ष 2018 के पहले पांच महीनों में महज 8 फीसदी की वृद्घि दर्ज करने वाला मोटरसाइकिल सेगमेंट भी इस साल बढक़र लगभग 15 प्रतिशत पर पहुंच गया। उद्योग के कुछ जानकारों का मानना है कि स्कूटर की लोकप्रियता का स्तर काफी बढ़ गया और ऊंची वृद्घि दर का सिलसिला लंबे समय तक टिकाऊ नहीं है।
वाहन उद्योग की संस्था सायम के आंकड़ों से पता चलता है कि घरेलू यात्री वाहन सेगमेंट अप्रैल-अगस्त में लगभग 10 प्रतिशत की दर से बढ़ा। मझोले और भारी वाणिज्यिक वाहन और हल्के वाणिज्यिक वाहन खंडों में 55 और 34 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। तिपहिया में 44 फीसदी की शानदार वृद्घि दर्ज की गई।
दोपहिया ने 11.50 प्रतिशत की दो अंक की वृद्घि दर दर्ज की। हालांकि दोपहिया में यह वृद्घि मोटरसाइकिल-केंद्रित (पिछले कुछ वर्षों के विपरीत) रही है। मोटरसाइकिल सेगमेंट 14.67 प्रतिशत की दर से बढ़ा। वहीं 6.77 प्रतिशत के साथ स्कूटर वाहन उद्योग का एक अंक की वृद्घि वाला एकमात्रा बड़ा सेगमेंट है।
दोपहिया निर्माता यामाहा मोटर इंडिया के वरिष्ठï उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) रॉय कुरियन इसे लेकर आश्चर्यचकित हैं। कूरियन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘वृद्घि दर में गिरावट हमारे लिए आश्चर्यजनक है। हम पूर्ववर्ती वर्षों की ऊंची वृद्घि दर बरकरार रहने की उम्मीद कर रहे थे। मेरी नजर में स्कूटर इस्तेमाल की धारणा को एक तरह की पूर्ण संतुष्टिï का शिकार होना पड़ रहा है।’
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