विमान वाहक पोत विराट को महाराष्ट्र, गोवा और आंध्र प्रदेश लेने के इच्छुक हैं। महाराष्ट्र सरकार इसे संग्रहालय बनाना चाहती है, जबकि आंध्र प्रदेश सरकार ने विराट संग्रहालय और होटल की रूपरेखा तैयार की है। गोवा ने पर्यटकों को लुभाने के लिए इसे लेने की पेशकश की है। इसका फैसला केंद्र सरकार जल्द ही कर सकती है। फिलहाल इच्छुक राज्यों के अधिकारी विराट दर्शन में लगे हुए हैं।
मुंबई यार्ड में खड़े विराट के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा (वेस्टर्न कमांड फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) ने बताया कि महाराष्ट्र, गोवा और आंध्र प्रदेश विराट को लेने के इच्छुक हैं। महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों ने विमान का मुआयना किया है।
केंद्र सरकार को जल्द ही इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जाएगी। अधिकारी ने बताया कि गोवा और आंध्र प्रदेश ने भी इस विमान वाहक पोत का संरक्षण करने की इच्छा जताई है। यह पोत मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में इस साल जुलाई में सेवा मुक्त हो गया था। विराट विमानवाहक पोत ने भारतीय नौसेना में 30 साल तक सेवाएं दी है और 27 साल तक ब्रिटिश नौसेना को अपनी सेवाएं दे चुका है।
यह पोत भारत एवं पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन पराक्रम और श्रीलंका में भारतीय शांति सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में शामिल हो चुका है। एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद यह मामला केंद्र सरकार, रक्षा मंत्रालय, नौसेना और इच्छुक राज्यों की फाइलों में ही उलझा हुए है। इसमें सबसे बेहतर दावा महाराष्ट्र सरकार का बनता है क्योंकि इस समय विराट मुंबई के पास ही खड़ा है। ऐसे में इसे लेकर जाने का खर्च भी बहुत ज्यादा नहीं आएगा।