हरेक जीएसटी इनवॉइस में हमारी तकनीक | रोमिता मजूमदार / September 20, 2018 | | | | |
डेल ईएमसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (भारतीय कारोबार) राजेश जेनी ने रोमिता मजूमदार से बातचीत में बताया कि एकीकृत डेल टेक्नोलॉजिज के लिए पिछला साल कैसा रहा क्योंकि डेल और ईएमसी के विलय का दो साल पूरा हो चुका है। समूह की कंपनियों के लिए उनके एकीकृत समाधान से लाखों भारतीय उपभोक्ताओं के लिए तमाम सरकारी परियोजनाओं को पूरा करने में डेल को मदद मिल रही है। पेश हैं मुख्य अंश:
डेल टेक्नोलॉजिज ने सितंबर में अपने कारोबार का दो साल पूरा कर लिया। उसके लिए भारत का योगदान कैसा रहा?
हमारे विलय के दो साल पूरे हो चुके हैं और हमने जबरदस्त प्रगति की है। हाल में हमने दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे की घोषणा की और हमने 23.1 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया जो 21.8 अरब डॉलर के अनुमानित राजस्व के मुकाबले अधिक है। आईडीसी के अनुसार, साल 2018 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत मौजूद सर्वर में हमारी हिस्सेदारी 25 फीसदी थी। डेल ईएमसी आधार, जीएसटी, जेएएम (जन धन-आधार-मोबाइल) योजना जैसे तमाम प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों के लिए काम कर रही है। वास्तव में पिछले एक साल के दौरान हमने दूरसंचार, बीएफएसआई आदि तमाम प्रमुख क्षेत्रों में सौदों का स्वरूप बदल दिया है। भारत में हमारी पहुंच 1 अरब लोगों तक हो चुकी है क्योंकि जितने भी आधार कार्ड जारी किए गए हैं उनमें हमारी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है।
डेल देश में किन प्रमुख परियोजनाओं पर काम कर रही है?
अधिकतर बड़े बैंकों में हमारी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल हो रहा है। भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी 25 हजार शाखाओं को देश भर में मौजूद कंपनी के डेटा केंद्रों से डिजिटली संबद्ध करने के लिए हमारे साथ साझेदारी की है। जहां तक दूरसंचार का सवाल है तो हम 4जी प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी के साथ काम कर रहे हैं। साथ ही नेटवर्क प्रदाताओं के साथ भी हम बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उद्योग में एक प्रमुख बदलाव सुदृढीकरण के रूप में दिख रहा है। दूरसंचार कंपनियों की डिजिटल एवं डेटा जरूरतें अब कहीं अधिक हो चुकी हैं। इसलिए जबरदस्त बुनियादी ढांचे की मांग सबसे महत्त्वपूर्ण है और दूरसंचार कंपनियां पहले के मुकाबले अलग तरह के बुनियादी ढांचे की मांग कर रही हैं। देश में हरेक जीएसटी इनवॉइस हमारे बुनियादी ढांचे द्वारा तैयार है। देश में जारी हरेक पासपोर्ट भी हमारी प्रौद्योगिकी से लैस है। भारत में स्मार्ट सिटी मिशन के लिए हम सरकार के साथ करीबी से काम कर रहे हैं।
आपके भारतीय कारोबार की तुलना डेल की वैश्विक योजना से किस प्रकार की जा सकती है?
भारत डेल टेक्नोलॉजिज के लिए एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में हमारे 25 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। पिछले साल हमने वैश्विक स्तर पर 14वीं पीढ़ी के पावरएज सर्वर पोर्टफोलियो का अनावरण किया था। बेंगलूरु के डेल ईएमसी डिजाइन सेंटर ने इन सर्वर का डिजाइन तैयार करने और इनके विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। वास्तव में यह केंद्र और इसकी टीम ने सर्वर सिस्टम मैनेजमेंट के कुल सॉफ्टवेयर विकास में करीब 60 फीसदी योगदान किया।
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