आयकर विभाग ने ली जेट एयरवेज की तलाशी | |
श्रीमी चौधरी / मुंबई 09 19, 2018 | | | | |
आयकर विभाग ने नरेश गोयल नियंत्रित जेट एयरवेज के कारोबारी ठिकाने पर दो दिन का तलाशी अभियान शुरू किया है, जो कथित वित्तीय अनियमितता और संदिग्ध लेनदेन से जुड़ा हुआ है। आईटी विभाग के एक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र के मुताबिक, कर विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या बही खाते में किसी तरह जालसाजी, फंडों की हेराफेरी तो नहीं हुई है। साथ ही विभाग समूह की इकाइयों में संदिग्ध फर्जी खर्च के मसले पर भी नजर डाल रहा है। सूत्र ने कहा, दस्तावेज जब्त किए गए हैं और बही खाते सत्यापन के लिए भेजे गए हैं।
तलाशी अभियान में कर विभाग के 50 अधिकारी शामिल हुए और यह आयकर अधिनियम की धारा 133 ए के तहत विमानन कंपनी की चार इमारतों में हो रहा है। इन इमारतों में अंधेरी व नरीमन पॉइंट मुंबई और दिल्ली के कनॉट प्लेस की इमारत शामिल है। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग इसका आकलन कर रहा है कि क्या वित्तीय लेनदेन से कर देनदारी बनेगी। इसके मुताबिक सबूत इकट्ठे किए गए। इसके अलावा कंपनी के आला अधिकारियों से तलाशी के पहले दिन पूछताछ हुई। इसकी पुष्टि करते हुए जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा, आयकर अधिकारियों ने जेट एयरवेज के कार्यालयों की तलाशी ली।
इस बीच, कर विभाग गोदरेज बिल्डकॉन के साथ जेट के सौदे की भी जांच कर रहा है, जिसमें जेट ने 17.25 अरब रुपये हासिल किए हैं। यह मामला जेट व गोदरेज के बीच 2011 में हुए समझौते से संबंधित है, जहां इन्होंने बांद्रा कुर्ला कॉम्पलैक्स में विमानन कंपनी की 2.5 एकड़ परिसंपत्ति विकसित करने की योजना बनाई थी। समझौते के मुताबिक, गोदरेज प्रॉपर्टीज इस परिसंपत्ति पर विमानन कंपनी के 3.6 अरब रुपये के कर्ज की देनदारी अपने पास ले लेगी। आयकर विभाग ने जीएसटी विभाग की जांच के तथ्यों पर भी विचार किया, जिसने स्थगन आदेश जारी किया था और मार्च में जेट से 2.37 अरब रुपये के सेवा कर की मांग की थी।
जेट एयरवेज 9 अगस्त से सुर्खियों में है जब इसने अंकेक्षकों के साथ मतभेद के बीच तिमाही नतीजे की घोषणा टाल दी थी, जिसकेबाद स्टॉक एक्सचेंजों व बाजार नियामक ने पूछताछ शुरू की थी। अंकेक्षकों ने अपने विचार नहीं बदले और दोहराया कि विमानन कंपनी का भविष्य पूंजी जुटाने और स्थायी नकदी सृजित करने पर निर्भर करेगा। जेट एयरवेज का शेयर बुधवार को बीएसई पर 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 244.25 रुपये पर बंद हुआ।
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