हुंडई मोटर फिर बनी अग्रणी कार निर्यातक | अजय मोदी / नई दिल्ली September 19, 2018 | | | | |
कोरिया की कार निर्माता हुंडई ने एक साल के अंतराल के बाद भारत से सबसे बड़े कार निर्यातक का तमगा दोबारा हासिल कर लिया है। अमेरिकी कार कंपनी फोर्ड पिछले साल पहली बार सबसे बड़ी कार निर्यातक के रूप में उभरी थी, लेकिन अब यह दूसरे पायदान पर है। भारत से 80 से ज्यादा बाजारोंं को निर्यात करने वाली हुंडई 2018-19 में अप्रैल-अगस्त के दौरान निर्यात में 23 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज करने में कामयाब रही। भारत से कुल यात्री वाहन (कार, यूटिलिटी वाहन और वैन) निर्यात में पहले पांच महीने के दौरान 3 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई और यह 2,91,896 वाहन रह गया, लेकिन इसके बावजूद हुंडई ने निर्यात में बढ़त दर्ज की। सायम के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। फोर्ड का निर्यात इस अवधि में 12.52 फीसदी घटकर 65,176 वाहन रह गया। पूरे वित्त वर्ष 2018 में कंपनी ने रिकॉर्ड 1,81,148 वाहनों का निर्यात किया था जबकि हुंडई ने 1,53,942 वाहनों का। मौजूदा साल भी भारत से निर्यात करने वाली अग्रणी कंपनियों के लिए बहुत अच्छा नहीं रहा है। पांच अग्रणी निर्यातकों की सूची में हुंडई, फोर्ड, मारुति सुजूकी, जनरल मोटर्स और फोक्सवैगन शामिल है और सिर्फ हुंडई ने ही निर्यात में बढ़त दर्ज की है। मारुति ने निर्यात में पांच फीसदी की गिरावट दर्ज की है जबकि जनरल मोटर्स और फोक्सवैगन का निर्यात क्रमश: 5 फीसदी व 26 फीसदी टूटा है। मारुति व हुंडई को छोड़कर अन्य अग्रणी कार निर्यातकों ने देसी बाजार में बिक्री के मुकाबले ज्यादा निर्यात करती है।
वित्त वर्ष 2018 में हुंडई का निर्यात आठ फीसदी घटा था। लेकिन इस वित्त वर्ष में बढ़ोतरी हैचबैक ग्रैंड आई-10 व वेरना के निर्यात में इजाफे के चलते हुई है। अप्रैल-अगस्त के दौरान 24,188 ग्रैंड आई-10 का निर्यात हुआ, जो साल दर साल के हिसाब से 49 फीसदी ज्यादा है। कंपनी ने 16,600 क्रेटा एसयूवी और 12,300 से ज्यादा वेरना सिडैन का निर्यात किया जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका एक भी वाहन निर्यात नहीं किया गया था। इन मॉडलों के अलावा कंपनी ने 8,100 एक्सेंट और 8,800 से ज्यादा एलिट आई-20 कारों का भी निर्यात किया। हुंडई मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ वाई के कू ने हाल में कहा था कि वियतनाम व फिलिपींस के बाद एशिया के कुछ बाजारों, दक्षिण अमेरिका समेत कई अन्य देश सीबीयू कार निर्यात पर कर बढ़ाने की योजना बना रही है। इसलिए कंपनी ने सीकेडी कार निर्यात शुरू किया है ताकि अतिरिक्त बिक्री सुनिश्चित हो।
कू ने एक ईमेल के जवाब में बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, हुंडई के वैश्विक निर्यात केंद्र में हुंडई मोटर इंडिया बड़ा योगदान करती है और निर्यात में इसने अग्रणी स्थिति बनाए रखी है। हम अफ्रीका, पश्चिम एशिया, लैटिन अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया प्रशांत में करीब 88 देशों को निर्यात करते हैं। इन बाजारों में ग्रांड आई-10, आई-20 जैसे मॉडलों की भारी मांग है।
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