आईएलऐंडएफएस के कर्ज और ऋणपत्र की रेटिंग पर चोट | बीएस संवाददाता / September 09, 2018 | | | | |
इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस ऐंड लीजिंग सर्विसेज (आईएलऐंडएफएस) के कर्ज, ऋणपत्र और वाणिज्यिक प्रतिभूतियों को अब गैर-निवेश श्रेणी की रेटिंग दी गई है। इसकी वजह समूह के स्तर पर नकदी का दबाव है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने आईएलऐंडएफएस की रेटिंग घटा दी है, जो नकदी का दबाव और ज्यादा कर्ज की समस्या का सामना कर रही है। इसके कर्ज व ऋणपत्र की रेटिंग बीबी हो गई है, जो पहले एए प्लस थी। साथ ही वाणिज्यिक प्रतिभूतियों की रेटिंग ए 4 हो गई है, जो पहले ए 1 प्लस थी। इक्रा ने एक बयान में कहा कि घटनाक्रम के लिहाज से रेटिंग पर उसकी नजर बनी रहेगी। पिछले महीने इक्रा ने कर्ज व ऋणपत्र की रेटिंग एएए से घटाकर एए प्लस कर दी थी। आईएलऐंडएफएस मुख्य रूप से निवेश कंपनी है और आईएलऐंडएफएस समूह के लिए होल्डिंग कंपनी के तौर पर काम करती है। इसका ज्यादातर कारोबारी परिचालन अलग-अलग कंपनियों के दायरे में है।
इक्रा ने कहा कि रेटिंग में कमी लाने का फैसला समूह के स्तर पर नकदी के दबाव में इजाफे को ध्यान में रखकर लिया गया है। कंपनी प्रवर्तक समूह से 80 अरब रुपये जुटाने की प्रक्रिया में है। समूह की नकदी की स्थिति में सुधार के लिहाज से समय पर इस रकम की उपलब्धता महत्वपूर्ण है। इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने आईएलऐंडएफएस की स्पेशल ऑडिट का फैसला लिया है, जिसने 10 अरब रुपये की अंतर-कंपनी जमाओं पर डिफॉल्ट किया है, जो सिडबी से जुटाई गई थी। आरबीआई इस बात की जांच कर सकता है कि निवेश कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में सूचना क्यों नहीं दी। सूत्र ने कहा, जब मुख्य निवेश कंपनी डिफॉल्ट करती है तो सामान्य तौर पर आरबीआई स्पेशल ऑडिट करता है।
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