महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने बढ़ाया ट्रैक्टर बिक्री का अनुमान | राम प्रसाद साहू / August 12, 2018 | | | | |
मजबूत परिचालन प्रदर्शन के अलावा, अन्य आय में 50 प्रतिशत की वृद्घि और कम वित्तीय लागत से महिंद्रा ऐंड महिंद्रा को लगभग 12.6 अरब रुपये का शुद्घ लाभ दर्ज करने में मदद मिली है जो एक साल पहले की तुलना में 67 प्रतिशत तक अधिक है।
ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) में मजबूत बिक्री वृद्घि की मदद से कंपनी का राजस्व जून तिमाही में 23 प्रतिशत बढक़र 133 अरब रुपये पर दर्ज किया गया। जहां वाहन सेगमेंट में बिक्री वृद्घि 19.6 प्रतिशत पर रही, वहीं कृषि उपकरण सेगमेंट में यह एक साल पहले की तिमाही की तुलना में 18 प्रतिशत तक बढ़ी।
यूटिलिटी व्हीकल (यूवी) पोर्टफोलियो (कुल वाहन बिक्री में 43 प्रतिशत योगदान) का प्रदर्शन लगातार कमजोर बना रहा और इसमें लगभग 6 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की गई। वाहन पोर्टफोलियो में अन्य सभी सेगमेंट में दो अंक की वृद्घि दर्ज की गई। सीवी सेगमेंट में वृद्घि 19.5 प्रतिशत पर रही और इसे हल्के सीवी (3.5 टन तक) से मदद मिली जिनका कुल वाहन बिक्री में 40 प्रतिशत का योगदान है।
कंपनी को यूवी सेगमेंट में वित्त वर्ष 2019 में 15 प्रतिशत की वृद्घि का अनुमान है। एमऐंडएम को उम्मीद है कि मराजो जैसे नए वाहनों (इस साल के अंत में लॉन्च होने की संभावना) से उसका कमजोर प्रदर्शन का चक्र बदलेगा और पिछले कुछ वर्षों में उसकी बाजार भागीदारी को पहुंचे नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी। सीवी स्पेस में, अगले 18 महीनों में 21 वाहनों की पेशकश के साथ प्रदर्शन अच्छा रहने का अनुमान है। विश्लेषकों का कहना है कि यूवी की तुलना में सीवी पोर्टफोलियो का कुल वाहन सेगमेंट में सबसे ज्यादा योगदान रह सकता है।
एमऐंडएम ट्रैक्टर श्रेणी को लेकर उत्साहित है जिसमें उसने 2018-19 के लिए उद्योग वृद्घि के लिए अपना अनुमान 300-400 आधार अंक तक बढ़ा कर 11 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 9 प्रतिशत था। हालांकि दिसंबर तिमाही के लिए त्योहारी सीजन में तेजी को देखते हुए चालू तिमाही में वृद्घि की रफ्तार धीमी बने रहने का अनुमान है। कंपनी ने जून तिमाही में इस सेगमेंट में 43.7 फीसदी की बाजार भागीदारी दर्ज की और उसने ट्रैकस्टार ब्रांड जैसी नई पेशकशों की मदद से बाजार भागीदारी बढ़ाने की योजना बनाई है।
मजबूत बिक्री वृद्घि और राजस्व वृद्घि के अलावा, परिचालन प्रदर्शन भी विश्लेषकों के अनुमान की तुलना में बेहतर रहा है। परिचालन मुनाफा एक साल पहले की तिमाही के मुकाबले 47 प्रतिशत तक बढ़ कर 21.1 अरब रुपये पर रहा, जो 20 अरब रुपये के अनुमान से कुछ ज्यादा है। वहीं मार्जिन 15.8 प्रतिशत पर रहा जो एक साल पहले की तिमाही के मुकाबले 260 आधार अंक ज्यादा है।
बिक्री और कीमत वृद्घि से परिचालन दक्षता के अलावा, कृषि उपकरण उत्पादों की बढ़ती भागीदारी और लागत नियंत्रण उपायों से भी कंपनी को परिचालन मुनाफा और मार्जिन सुधारने में मदद मिली है। मुनाफे में ज्यादातर बढ़त कृषि उपकरण व्यवसाय से हासिल हुई है जिसमें मार्जिन 249 आधार अंक बढक़र 21 फीसदी पर पहुंच गया। तुलनात्मक रूप से, ऑटोमोबाइल सेगमेंट में यह मार्जिन इससे आधा है।
मजबूत परिचालन प्रदर्शन के अलावा कंपनी को अन्य आय में तेजी और कम वित्तीय लागत की वजह से भी एक साल पहले की तुलना में मजबूत मुनाफा दर्ज करने में मदद मिली है। जहां तिमाही का प्रदर्शन अनुमानों के अनुरूप रहा, वहीं बाजार से मिली प्रतिक्रिया धीमी है और कंपनी का शेयर 7 अगस्त को सपाट बना रहा। मजबूत परिदृश्य को देखते हुए निवेशक इस शेयर पर दांव लगा सकते हैं। यह शेयर साल के शुरू से लेकर अब तक लगभग 24 फीसदी बढ़ा है।
|