छत्तीसगढ़ ने 'मोबाइल तिहार' (जिसका मतलब स्थानीय भाषा में त्योहार है) नाम से कार्यक्रम शुरू किया है जिसका मकसद 50 लाख स्मार्टफोन मुफ्त में मुहैया कराना है। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी 'संचार क्रांति योजना' (एसकेवाई) का हिस्सा है जिसमें ग्रामीण इलाकों में महिलाओं, छात्रों और गरीबों को मुफ्त में स्मार्टफोन मुहैया कराए जाएंगे। राज्य सरकार के इस प्रयास का मकसद डिजिटल खाई को पाटना है। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए वर्ष 2018-19 की बजटीय लागत में 5.2 अरब रुपये का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य की राजधानी से 'मोबाइल तिहार' को औपचारिक रूप से शुरू करने के बाद कहा, 'राज्य डिजिटल विकास के नए युग में प्रवेश करेगा और इसलिए उसे 'स्मार्ट छत्तीसगढ़' के नाम से जाना जाएगा।' उन्होंने इस कार्यक्रम को अपने तरह की दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना करार दिया जिसमें 50 लाख स्मार्टफोन मुफ्त में बांटे जाएंगे। स्मार्टफोन वितरण के लिए यह फेस्टिवल जिला, ब्लॉक और तहसील स्तर पर आयोजित किया जाएगा। पूरे राज्य में विभिन्न कॉलेजों के 460,000 छात्रों के अलावा ग्रामीण इलाकों में रहने वाली 40 लाख महिलाओं को अगले चार महीने में स्मार्टफोन दिए जाएंगे। शहरी इलाकों में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे लगभग 500,000 परिवारों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, 'जिन स्मार्टफोन का इस्तेमाल मौजूदा समय में मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगी करते हैं, वे अब श्रमिकों और किसानों के हाथ में दिखेंगे।'