नोवेलिस की होगी अलेरिस | |
अदिति दिवेकर और देव चटर्जी / मुंबई 07 26, 2018 | | | | |
मेरिकी सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा अधिग्रहण
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई नोवेलिस ने अमेरिका की एल्युमीनियम उत्पाद विनिर्माता कंपनी अलेरिस कॉर्पोरेशन का 2.58 अरब डॉलर में अधिग्रहण करने की आज घोषणा की। इस सौदे से आदित्य बिड़ला समूह की उच्च स्तरीय और तेजी से विकास कर रहे एयरोस्पेस उत्पाद क्षेत्र में पहुंच होगी। नोवेलिस द्वारा यह अधिग्रहण 100 फीसदी कर्ज के जरिये किया जाएगा और इस सौदे के 9 से 15 महीने में पूरा होने की उम्मीद है। नोवेलिस अलेरिस में 77.5 करोड़ डॉलर इक्विटी में निवेश करेगी और बाकी अलेरिस का कर्ज अपने खाते में लेगी।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, 'अलेरिस का अधिग्रहण हमारे एल्युमीनियम मूल्यवर्धन उत्पादों के विकास की रणनीति का अगला चरण है।' उन्होंने कहा, 'इस सौदे से दुनिया में एल्युमीनियम मूल्यवर्धन उत्पाद क्षेत्र की शीर्ष कंपनी का हमारा दावा और मजबूत होगा। अधिग्रहण के बाद डाउनस्ट्रीम एल्युमीनियम वैल्यू चेन के क्षेत्र में एशिया में हमारी मौजूदगी और इस क्षेत्र में हम आगे और विकास करेंगे। भारत में हमारे मौजूदा एल्युमीनियम मूल्यवर्धन परिचालन को विश्व-स्तरीय विनिर्माण क्षमता उपलब्ध होगी। इसके साथ ही भारत में विश्व-स्तरीय उत्पाद बनाने की हमारी योजना को और गति मिलेगी।'
हालांकि यह सौदा अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ के नियामकीय मंजूरियों पर निर्भर करेगा। इस सौदे को मंजूरी देने में अमेरिकी सरकार की अहम भूमिका हो सकती है। अलेरिस के मालिक ओकट्री कैपिटल ग्रुप और अपोलो ग्लोबल मैनेजमेट ने पहले इस कंपनी को झोंगवांग यूएसए को 2.3 अरब डॉलर में बेचने पर सहमति जताई थी। लेकिन अमेरिकी अधिकारियों द्वारा राष्टï्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाए जाने के कारण चीन समर्थित बोलीदाता के साथ सौदा नहीं हो पाया।
नोवेलिस के अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका द्वारा चीन, यूरोपीय संघ और भारत सहित अन्य देशों के साथ व्यापार युद्घ शुरू करने के बावजूद इस सौदे को मंजूरी मिलने में कोई समस्या नहीं आएगी। नोवेलिस के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी स्टीव फिशर ने कहा, 'अमेरिकी सरकार से सौदे को मंजूरी मिलने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी क्योंकि पोवलिस एक अमेरिकी कंपनी है और इसने स्थानीय बाजार में अरबों डॉलर निवेश किए हैं।' बिड़ला ने कहा कि अधिग्रहण के लिए हिंडाल्को या नोवेलिस से कोई इक्विटी जारी नहीं किया जाएगा। लेकिन अलेरिस के कर्ज का पुनर्वित्तपोषण किया जाएगा। नोवेलिस को कर्ज लागत 400 आधार अंक कम करने में मदद मिलेगी।
अलेरिस के पास उत्तर अमेरिका, एशिया और यूरोप में 13 उच्च क्षमता वाला विनिर्माण संयंत्र है। नोवेलिस और अलेरिस दोनों की मदद से हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को लंदन मेटल एक्सचेंज पर एल्युमीनियम कीमतों में उतार-चढ़ाव के असर को भी कम करने में मदद मिलेगी। अलेरिस ने पिछले पाचं साल में अपने कारोबार पर 80 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सतीश पई ने कहा, 'कंपनी में हमें चीन के ऑटो प्लांट के एकीकरण के लिए अगले दो से तीन साल में केवल 35 करोड़ डॉलर निवेश करना होगा।' नोवेलिस के खाते में कर्ज बढऩे पर नोवेलिस के वरिष्ठï उपाध्यक्ष एवं मुख्य वित्त अधिकारी देवेंद्र आहूजा ने बताया कि अधिग्रहण से नोवेलिस के मौजूदा 3.5 अरब डॉलर के कर्ज में अतिरिक्त 2.6 अरब डॉलर काइजाफा होगा।
अर्नस्ट ऐंड यंग में पार्टनर और ग्लोबल स्टील लीडर अंजनी के अग्रवाल ने कहा, 'दोनों कंपनियों के एकीकरण के साथ ही तकनीक पर ध्यान देने से दीर्घावधि में संपूर्ण एल्युमीनियम कारोबारके वैल्यू चेन में व्यापक लाभ होगा। अलेरिस के लिए अमेरिका में पूंजीगत निवेश करने का भी यह अच्छा मौका है क्योंकि वहां व्यापार नीति का माहौल अनुकूल है।' हिंडाल्को का शेयर 1.15 फीसदी गिरकर 206 रुपये पर बंद हुआ। इस साल जनवरी से हिंडाल्को के शेयर में 24.5 फीसदी की गिरावट आ चुकी है, जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 8.6 फीसदी चढ़ा है।
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