मोंडलीज के भारतीय कारोबार में लगातार चौथी तिमाही में बढ़त | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई July 26, 2018 | | | | |
चॉकलेट व स्नैक्स बनाने वाली कंपनी मोंडलीज कैडबरी व ओरियो जैसे ब्रांडों के लिए जानी जाती है और भारतीय बाजार में कंपनी ने लगातार चौथी तिमाही में राजस्व में दो अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की। कंपनी के ग्लोबल चेयरमैन व सीईओ डिर्क वान डे पुट ने गुरुवार को यह जानकारी दी। दूसरी तिमाही के नतीजे की घोषणा के बाद निवेशकों को संबोधित करते हुए पुट ने कहा कि भारत में राजस्व बढ़ोतरी को चॉकलेट की बढ़ती बिक्री, नए नवोन्मेष और पारंपरिक कारोबार का ज्यादा वितरण का सहारा मिला। कंपनी जनवरी से दिसंबर को लेखा वर्ष मानती है।
पुट ने कहा, एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीकी क्षेत्र में भारत व चीन मोंडलीज के लिए शानदार बाजार है और अप्रैल-जून के दौरान इन क्षेत्रों में राजस्व की बढ़त की रफ्तार 1.7 फीसदी रही। उन्होंने कहा, पश्चिम एशिया में रमजान के कमजोर सीजन और ऑस्ट्रेलिया में नरम नतीजे से हालांकि इस पर असर पड़ा। यह पूछे जाने पर कि एशिया, पश्चिम एशिया व अफ्रीकी क्षेत्र में दूसरी तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों के मुकाबले कैसा रहा, पुट ने यह टिप्पणी की। जनवरी-मार्च में यह क्षेत्र शुद्ध राजस्व की रफ्तार के हिसाब से सिर्फ यूरोप से पीछे रहा। लेकिन अप्रैल-जून में यह उत्तर अमेरिका, लैटिन अमेरिका व यूरोप जैसे क्षेत्र से पीछे रहा।
दूसरी तिमाही में उत्तर अमेरिका में शुद्ध रूप से राजस्व में सबसे ज्यादा 5.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, इसके बाद लैटिन अमेरिका में यह रफ्तार 3.8 फीसदी रही जबकि ब्राजील में इस दौरान ट्रकों की हड़ताल रही थी। मोंडलीज के लिए सबसे बड़े बाजार यूरोप में राजस्व में दूसरी तिमाही के दौरान 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जिसकी अगुआई जर्मनी व रूस जैसे बाजारों ने की और यहां बिस्कुट व चॉकलेट में दो अंकों में बढ़त दर्ज हुई। विश्लेषकों के मुताबिक, मोंडलीज अपने वैश्विक राजस्व का करीब 40 फीसदी हिस्सा यूरोप से, एशिया, पश्चिम एशिया व अफ्रीकी क्षेत्र से 30 फीसदी और उत्तर अमेरिका से 20 फीसदी जबकि लैटिन अमेरिका से 10 फीसदी हासिल करती है। उन्होंने कहा, खास तौर से भारत ने चॉकलेट में दो अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की और इस श्रेणी में कंपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ गई।
|