स्विस बैंक में जमा राशि पर भाजपा-कांग्रेस में तकरार | बीएस संवाददाता / नई दिल्ली June 29, 2018 | | | | |
स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों की जमा राशि में 50 प्रतिशत की उछाल आने को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने एक दूसरे पर दोषारोपण शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि जमा में दिखाई जा रही बढ़ोतरी का 40 प्रतिशत हिस्सा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के समय में शुरू की गई उदारीकृत रेमिटेंस (धन बाहर भेजने की ) योजना की वजह से है। उदारीकृत रेमिटेंस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति हर साल 2.5 लाख डॉलर तक की राशि भेज सकता है। गोयल ने कहा, 'हमारे पास पूरी सूचना आएगी और यदि उसमें कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।' संभवत: भारतीयों की जमा में इजाफा हुआ है। हालांकि, सरकार ने कहा कि इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर कहा, '2014 में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं स्विस बैंकों में जमा काला धन वापस लाऊंगा और हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपये डालूंगा। 2016 में उन्होंने कहा नोटबंदी से भारत काले धन से मुक्त हो जाएगा। 2018 में वह कहते हैं भारतीयों की जमा में हुई 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी 'सफेद धन' है। स्विस बैंक में कोई काला धन नहीं है। ' कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को उनकी सरकार के इस दावे के लिए भी कठघरे में खड़ा किया कि उन्होंने काले धन पर रोक लगा दी। कांग्रेस का कहना है कि स्विस बैंक में जमा में संप्रग सरकार के दौरान कमी आई थी लेकिन मोदी सरकार में इसमें 50 प्रतिशत तक की उछाल आई है। पार्टी ने अपने ट्ïिवटर हैंडल पर कहा, 'डा. मनमोहन सिंह के समय स्विस बैंक जमाओं में कमी आई थी और इसमें रिकॉर्ड बढ़ोतरी केवल मोदी सरकार के दौरान हुई है। नोटबंदी के बाद इसमें 50.2 प्रतिशत का इजाफा वर्ष 2004 के बाद से सर्वाधिक है।'
गोयल ने कहा, 'जो आंकड़े आप दिखा रहे हैं वे हमारे पास आएंगे। फिर आप कैसे कह सकते हैं कि यह काला धन है या फिर यह अवैध लेनदेन है।' भारतीयों का स्विस बैंकों में जमा धन बढ़कर पिछले साल एक अरब स्विस फ्रैंक (7,000 करोड़ रुपये) पर पहुंच गया जो एक साल पहले की तुलना में 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इससे पहले लगातार तीन वर्ष से इसमें गिरावट आ रही थी। इसकी तुलना में, स्विस बैंकों के सभी विदेशी ग्राहकों का धन 2017 में करीब 3 प्रतिशत बढ़कर 1,460 अरब फ्रैंक यानी करीब 100 लाख करोड़ रुपये हो गया। स्विस नैशनल बैंक द्वारा यह आंकड़ा जारी किया गया है।
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक बार जब स्विटजरलैंड की सरकार जनवरी से खातों की जानकारी साझा करना शुरू कर देगी तब स्विस बैंकों में अवैध जमा रखने वाले भारतीयों को काला धन कानून के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
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