सात ग्रामीण बैंकों का होगा विलय | बीएस संवाददाता / वाराणसी June 22, 2018 | | | | |
भारत सरकार का वित्त मंत्रालय समय के साथ बैंकिंग क्षेत्र में बड़े बदलाव की बयार लाने जा रहा है जिसके पहले चरण में वित्त मंत्रलाय ग्रामीण बैंकों की भूमिका को और मजबूत करने पर बल दे रहा है और इसी कड़ी में मंत्रालय ने प्रदेश के काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक समेत पूर्वांचल बैंक, बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक, इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक, ग्रामीण बैंक आफ आर्यावर्त, सर्व यूपी ग्रामीण बैंक और प्रथमा बैंक इन सात ग्रामीण बैंकों का विलय कर तीन बैंक करने की रूपरेखा की तैयारी कर रहा है।
जिसमें वाराणसी के काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक, पूर्वांचल बैंक और बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक को आपस में विलय कर नया बैंक बनाने मंत्रालय ने तीस जून तक तीनों बैंको से अनापत्ति पत्र मांगा है। वाराणसी समेत पूर्वांचल के आठ जिलों में लगभग 459 शाखाओं के माध्यम से केजीएसजी लगभग 14,440 करोड़ का कारोबार करते हुए पूर्वांचल के अग्रणी बैंको में सुमार है तो वहीं इस बैंक में लगभग 2,000 कर्मचारी कार्यरत हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों की भरपूर सेवा देने में लोकप्रिय है।
इस बैंक की प्रत्येक शाखा का कारोबार 32 करोड़ रुपये से ज्यादा है। बैंक के अध्यक्ष पवन कुमार दास ने बैंकों के विलय संबंधी कार्य की जानकारी देते हुए बताया कि वित्त मंत्रलय द्वारा 7 जून को संबंधित बैंकों को जारी पत्र में बैंको के विलय हेतु 30 जून तक अनापत्ति पत्र मांगा गया है। मंत्रालय के साथ बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की तीन चक्रों की बैठक हो चुकी है और जल्द ही निर्णायक बैठक होने वाली है। अधिकारी के अनुसार काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक, पूर्वाचल बैंक व बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक का आपस में विलय के बाद एक नया नाम और नया प्रवर्तक बैंक मिलेगा। संभव है कि बैंक का नया प्रवर्तक बैंक ऑफ बड़ौदा हो जाए, फिलहाल वर्तमान में काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक का प्रवर्तक बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया है।
काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक समेत पूर्वाचल बैंक व बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक पूर्वांचल के 33 जिलों में 1916 शाखाओं के माध्यम से लगभग 55,985 करोड़ रुपये का कारोबार कर रही है। प्रदेश में इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक और ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त का विलय होगा और इसका प्रवर्तक बैंक, बैंक ऑफ इंडिया होगा। सर्व यूपी ग्रामीण बैंक और प्रथमा बैंक विलय करेंगे, इसका प्रवर्तक बैंक होगा सिंडिकेट बैंक।
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