► 2,043 करोड़ रुपये धोखाधड़ी का मामला ► 33,000 निवेशकों को लगाया चूना पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शहर के रियल एस्टेट डेवलपर डी एस कुलकर्णी और उनकी पत्नी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के वर्तमान एवं पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि बैंक के मौजूदा सीएमडी रवींद्र मराठे, कार्यकारी निदेशक राजेंद्र गुप्ता, क्षेत्रीय प्रबंधक नित्यानंद देशपांडे, बैंक के पूर्व सीएमडी सुशील महनोत, कुलकर्णी के सीए सुनील घाटपांडे, कुलकर्णी की कंपनी डी एस कुलकर्णी डेवलपर्स लिमिटेड (डीएसकेडीएल) के अभियांत्रिकी विभाग के उपाध्यक्ष राजीव नेवास्कर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार देशपांडे को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है जबकि महनोत को जयपुर से पकड़ा गया। अन्य गिरफ्तारियां पुणे से की गईं। इन सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस उपायुक्त (साइबर एवं आर्थिक अपराध) सुधीर हिरेमठ ने बताया कि कुलकर्णी के खिलाफ धोखाधड़ी की अपनी जांच के दौरान यह सामने आया कि इन बैंक अधिकारियों ने ऋण की आड़ में पैसे देने के लिए बेईमानी की मंशा से डीएसकेडीएल के साथ मिलीभगत की। मई में दाखिल 37 हजार पन्नों के आरोपपत्र के मुताबिक यह घोटाला कुल 2,043.18 करोड़ रुपये का है जहां आरोपियों ने 33,000 निवेशकों और सावधि जमाकर्ताओं के पैसे के गबन के लिए 9 कंपनियां बनाईं। उन्हें एफडी पर अच्छे रिटर्न का वादा किया गया था। पुणे पुलिस ने डेवलपर और उसकी पत्नी को 17 फरवरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
