ग्रामीण मांग से आशयर की बिक्री हो रही मजबूत | राम प्रसाद साहू / June 17, 2018 | | | | |
आयशर मोटर्स पर बाजार धारणा पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान घटती बिक्री वृद्घि की वजह से धीमी बनी हुई थी लेकिन प्रमुख बाजारों में तेजी, नए मॉडलों की पेशकश, क्षमता विस्तार और अधिक मार्जिन वाले वैरिएंट की भागीदारी बढऩे से इसमें सुधार दर्ज किया जा सकता है। इसके अलावा, जहां एंट्री-लेवल के मोटरसाइकिल सेगमेंट को गंभीर प्रतिस्पर्धा, खासकर बाजार भागीदारी बढ़ाने के लिए कीमतें घटाने वाली कंपनियों से मिल रही चुनौती से जूझना पड़ रहा है, वहीं रॉयल एनफील्ड बाइक की निर्माता आयशर मोटर्स दोपहिया शेयरों में विश्लेषकों का पसंदीदा बन गई है।
डॉयचे बैंक के अमीन पिरानी का कहना है कि आयशर दोपहिया सेगमेंट में एकमात्र पसंदीदा शेयर है, क्योंकि इस कंपनी को अल्ट्रा-प्रीमियम मोटरसाइकिल सेगमेंट में वृद्घि या मार्जिन के संदर्भ में बेहद कम जोखिम का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा वोल्वो आयशर कमर्शियल व्हीकल (वीईसीवी) संयुक्त उपक्रम के लिए वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) के लिए मजबूत बिक्री से भी दोनों व्यवसायों में परिचालन दक्षता में सुधार आने और मार्जिन बढऩे की संभावना है। जहां ट्रक उद्योग के लिए मजबूत ट्रक वृद्घि सकारात्मक है, वहीं इस शेयर के लिए प्रमुख कारक दोपहिया परिचालन के लिए वृद्घि की मजबूत संभावना है। दोपहिया परिचालन का समेकित परिचालन के परिचालन लाभ में बड़ी भागीदारी है। दिसंबर 2017 की तिमाही में बिक्री वृद्घि फिसलकर 20 फीसदी से नीचे रह जाने के बाद आयशर के प्रमुख बाजारों महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में इसमें फिर से तेजी आई है। उदाहरण के लिए, आयशयर की मोटरसाइकिल बिक्री में महज 10 प्रतिशत का योगदान रखने वाले महाराष्ट्र ने गिरावट की चार तिमाहियों के बाद मार्च तिमाही में 6 फीसदी की वृद्घि दर्ज की। इसी तरह नियामकीय समस्याओं की वजह से दिसंबर तिमाही में भारी गिरावट के बाद तमिलनाडु ने भी सुधार दर्ज किया है, जबकि कर्नाटक के लिए गिरावट की रफ्तार नरम पड़ी है।
कंपनी ने मार्च तिमाही में 24 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की और 2018-19 के पहले दो महीनों में औसत 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्घि दर्ज की। इसके अलावा पांच राज्यों द्वारा 20-20 हजार मोटरसाइकिलों की बिक्री दर्ज की गई है जबकि एक साल पहले इस संदर्भ में इतनी वृद्घि महज एक राज्य में दर्ज की गई थी। गोल्डमैन सैक्स के प्रमोद कुमार और अनुभव बाजपेयी के अनुसार, भले ही प्रमुख राज्यों ने सुधार दर्ज किया है, पर ग्रामीण राज्यों ने सालाना आधार पर 45 फीसदी की शानदार वृद्घि दर्ज की है। इन ग्रामीण इलाकों में खपत बढऩे और डीलर नेटवर्क के विस्तार की वजह से बिक्री बढाने में मदद मिली है। इस तरह से कम पैठ वाले ग्रामीण बाजारों ने कंपनी के लिए बड़े अवसर मुहैया कराए हैं। जहां ग्रामीण राज्यों का उद्योग की बिक्री में 70 प्रतिशत का योगदान है, वहीं रॉयल एनफील्ड के लिए यह आंकड़ा 47 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश ने हाल में रॉयल एनफील्ड के सबसे बड़े बाजार केरल को पीछे छोड़ा है और वहां (उत्तर प्रदेश) प्रति तिमाही 25,000 यूनिट की मौजूदा दर बरकरार रहने की संभावना है।
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का मानना है कि जहां बिक्री में सुधार से मदद मिलेगी वहीं वित्त वर्ष 2019 में होने वाले नए लॉन्च और दो 650सीसी बाइकों इंटरसेप्टर और कंटिनेंटल जीटी के लिए बाजार की प्रतिक्रिया पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी। उनका कहना है कि भारत में इन बाइकों की पेशकश उसके पोर्टफोलियो को आधुनिक बनाएगी और उसकी वृद्घि के सिलसिले को क्लासिक 350 से आगे ले जाएगी। जिन वैरिएंट की प्रतीक्षा अवधि 1 से 1.5 महीने की है उनके लिए क्षमता विस्तार से मदद मिलेगी। पहले चरण में, आयशर मोटरसाइकिल की क्षमता को चालू वित्त वर्ष में बढ़ाकर 950,000 बाइक किया जा रहा है जिसे बाद में और बढ़ाकर 13 लाख बाइक किया जाएगा। वित्त वर्ष 2018 में घरेलू बिक्री लगभग 820,000 वाहन पर रही।
इस रुझान से आयशर को अपनी प्राप्तियां सुधारने में मदद मिलेगी जो कीमत वृद्घि और गनमेटल ग्रे क्लासिक 350, स्टेल्थ ब्लैक क्लासिक 500 और थंडरबर्ड एक्स जैसे प्रीमियम वैरिएंट की ऊंची भागीदारी की मदद से मार्च तिमाही में बढ़ी हैं। जहां क्लास 350 का कंपनी की बिक्री वृद्घि में 90 प्रतिशत से अधिक का योगदान है, वहीं महंगी कीमत वाले गनमेटल ग्रे वैरिएंट का क्लासिक 350 की बिक्री में एक-तिहाई का योगदान है।शेयर मूल्यांकन के संदर्भ में जहां आयशर का पी/ई मल्टीपल एक वर्ष के 45 गुना से घटकर 31 गुना पर रहा और यह दोपहिया प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि दीर्घावधि निवेशक तीन से पांच साल की निवेश अवधि को ध्यान में रखकर इस शेयर को खरीद सकते हैं।
|