आधा दर्जन से अधिक कंपनियां 200 अरब रुपये के आईपीओ लाने की तैयारी में

थोड़ी सुस्ती के बाद प्राथमिक बाजारों में एक बार फिर से गतिविधियां तेज होने जा रही हैं। बैंकरों के मुताबिक आधा दर्जन से अधिक कंपनियां कुल 200 अरब रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी में हैं। इनमें वेरॉक इंजीनियरिंग, सेंबकॉर्प एनर्जी और फाइन ऑर्गेनिक्स शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ आईपीओ इस महीने के अंत में बाजार में आएंगे जबकि कुछ अगले महीने जारी होंगे।
बैंकरों का कहना है कि अप्रैल में भारी गिरावट के बाद बाजार में आई स्थिरता और निवेशकों की सकारात्मक धारणा के दम पर ये कंपनियां बाजार में उतरने का साहस कर रही हैं। मार्च में आए 8 आईपीओ में कुल 150 अरब रुपये की राशि जुटाई थी। लेकिन इसके बाद पूंजी जुटाने की गतिविधि थम गई थी। अप्रैल में बाजार में 6 फीसदी गिरावट के मद्देनजर कोई आईपीओ नहीं आया था जबकि मई में मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट के बीच केवल एक आईपीओ आया था।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार बाजार में स्थिरता के संकेत दिख रहे हैं क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रुक गई है और रुपये ने भी अपने नुकसान की कुछ हद तक भरपाई कर ली है। इसके मद्देनजर निवेश बैंकरों और आईपीओ लाने की मंशा रखने वाली कंपनियों ने बाजार की मांग और कीमतों की थाह लेने के लिए संस्थागत निवेशकों से मुलाकात की है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अजय सराफ ने कहा, 'आने वाले आईपीओ मजबूत दिख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में कई कंपनियां अपने आईपीओ जारी करेंगी। तेल की कीमतों में तेजी के थमने से बाजार में स्थिरता के संकेत दिख रहे हैं। इतना ही नहीं निवेशकों की धारणा भी सकारात्मक लग रही है।'
उन्होंने कहा कि इस समय बाजार में घरेलू खपत और वित्तीय सेवाओं क्षेत्रों की सबसे ज्यादा मांग है और इनके आईपीओ की जबरदस्त मांग हो सकती है। केंद्र सरकार भी कई सार्वजनिक उपक्रमों का पहली बार आईपीओ लाने की तैयारी में है। इनमें रेल विकास निगम, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स शामिल हैं। इसके अलावा एचडीएफसी म्युचुअल फंड, रिन्यू पावर और लोढा डेवलपर्स के भारी भरकम आईपीओ को बाजार नियामक सेबी की मंजूरी का इंतजार है।